Faridabad/Alive News: आज हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्करज यूनियन की केंद्रीय कमेटी के आव्हान पर प्रदेश के समस्त बिजली कर्मियों ने सबडिवीजनों पर गेट मीटिंग करते हुए अपना रोष व्यक्त कर आगामी आंदोलन की शुरुआत की। आज प्रदेश के कर्मचारियों में निगम मैनेजमेंट व सरकार की रोजाना नये-नये नियमों और कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ भारी आक्रोश है।
कर्मचारियों ने कहा कि श्रमिकों के 26 कानूनों को तोड़ मरोड़ कर पूंजीपतियों को चार कानूनों में तब्दील करने का काम किया व ना तो कोरोना काल मे जान गंवाने वाले बिजली कर्मियों के आश्रितों को 50 लाख रुपये मुआवजा मिला और ना ही वर्तमान में कार्यरत कर्मचारी को कोरोना वारियर्स का दर्जा प्राप्त हुआ बल्कि सरकार ने इस कोरोना महामारी की आड़ में कर्मचारियों का 18 महीने के डी.ए तक को रोके बैठी है। बिजली बिल संशोधन के नाम पर विभागों का निजीकरण करने पर आमादा है।
इन सभी मांगों के साथ-साथ 31 जनवरी को प्रदेश की सभी डिवीजन कार्यालयों पर प्रदर्शन होंगे ।08 फरवरी को प्रदेश के सभी सर्कल कार्यालयों पर, 14 फरवरी को हिसार मुख्ययालय पर, 17 फरवरी को पंचकूला मुख्ययालय पर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किये जायेंगे। जिसके बाद 22 फरवरी को एक दिवसीय राज्यव्यापी, 23 और 24 फरवरी दो दिवसीय राष्ट्रीव्यापी हड़ताल यानी तीन दिन हड़ताल पर रहेगा प्रदेश का तमाम बिजली कर्मचारी हड़ताल करेगा।