Faridabad/Alive News : वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद ने जुलाई में शुरू होने वाले आगामी शैक्षणिक सत्र से स्नातक स्तर पर इंजीनियरिंग, विज्ञान तथा प्रबंधन के नये पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है। इन नये पाठ्यक्रमों में सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक, एनिमेशन तथा मल्टीमीडिया में बीएससी, मैथ एवं कैमिस्ट्री में बीएससी ऑनर्स तथा बीबीए शामिल हैं। इसके अलावा, नये सत्र से एमसीए तथा बी.टेक (कम्प्यूटर इंजीनियरिंग) पाठ्यक्रमों की सीटें बढ़ाई जा रही है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआईसीटीई) ने 60 सीटों के साथ बी.टेक (सिविल इंजीनियरिंग) शुरू करने के विश्वविद्यालय के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है,
जिसे विश्वविद्यालय आगामी सत्र से शुरू करेगा। यह पाठ्यक्रम आधुनिक सिविल इंजीनियरिंग के क्षेत्रों जैसे निर्माण प्रौद्योगिकी, भू-तकनीकी इंजीनियरिंग, परिवहन इंजीनियरिंग, संरचनात्मक इंजीनियरिंग तथा पर्यावरण इंजीनियरिंग की आवश्यकताओं को पूरा करने उद्देश्य से डिजाइन किया जा रहा और इस पाठ्यक्रम में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थी जटिल संरचनाओं का विश्लेषण और डिजाइन करने में पूरी तरह से प्रशिक्षित होंगे।
कुलपति ने बताया कि एआईसीटीई ने विश्वविद्यालय के पहले से चल रहे बी.टेक (कम्प्यूटर इंजीनियरिंग) तथा मास्टर्स आफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन्स (एमसीए) पाठ्यक्रमों की सीटों को क्रमशः 60 से 120 तथा 30 से 60 बढ़ाने की स्वीकृति प्रदान की है।
बी.टेक के नया पाठ्यक्रम तथा चल रहे पाठ्यक्रमों की सीटें बढ़ाने की स्वीकृति एआईसीटीई की विशेषज्ञ टीम द्वारा 20 मार्च, 2018 को विश्वविद्यालय में किये गये निरीक्षण के उपरांत दी गई है, जिसमें विशेषज्ञ टीम द्वारा विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को प्रदान की जा रही अकादमिक सुविधाओं का जायजा लिया गया था।
इसके साथ ही, विश्वविद्यालय की 60 सीटों के साथ बीसीए तथा 40 सीटों के साथ एनिमेशन व मल्टीमीडिया में बीएससी के पाठ्यक्रम शुरू करने की भी योजना है। बीएससी (एनिमेशन व मल्टीमीडिया) के द्वारा विद्यार्थी टीवी चैनल्स, प्रोडक्शन हाउस, डिजाइन व क्रिएटिव फर्म, आईटी सॉफ्टवेयर कंपनियों तथा वीडियो गेमिंग इंडस्ट्री में रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त कर सकते है। यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को एनिमेशन व मल्टीमीडिया में जरूरी ज्ञान एवं कौशल प्रदान करेगा, जिससे वे इस क्षेत्र में अपना सफल करियर बना सकते है।
विश्वविद्यालय विज्ञान संकाय में भी नये पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है, जिसका मूल उद्देश्य विद्यार्थियों को स्नातक स्तर पर विज्ञान के ज्यादा से ज्यादा पाठ्यक्रम उपलब्ध करवाना है। कुलपति ने बताया कि विगत वर्ष, विश्वविद्यालय द्वारा 60 सीटों के साथ बीएससी (ऑनर्स) फिजिक्स की शुरूआत की गई थी और इस वर्ष, विश्वविद्यालय 60-60 सीटों के साथ बीएससी (ऑनर्स) मैथ व कैमिस्ट्री शुरू करने जा रहा है।
इन पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में ही भविष्य में पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करने के उपरांत उच्च शिक्षा का अवसर भी मिलेगा, क्योंकि विश्वविद्यालय फिजिक्स, मैथ व कैमिस्ट्री में एमएससी के पाठ्यक्रम पहले से चल रहे है। इसी प्रकार, विश्वविद्यालय स्नातक स्तर पर व्यवसाय प्रबंधन में 60 सीटों के साथ बीबीए पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है। हालांकि, स्नातकोत्तर स्तर पर 60-60 सीटों के साथ एमबीए के दो पाठ्यक्रम पहले से चल रहे है।
कुलपति ने बताया कि नये पाठ्यक्रमों को औद्योगिक जरूरतों के मुताबिक तैयार किया जा रहा है और इसी के अनुरूप विश्वविद्यालय में ढांचागत सुविधाओं को भी अपग्रेड किया जायेगा।
डीन (अकादमिक) डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि इन पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन जल्द ही आमंत्रित किये जायेंगे। विश्वविद्यालय के बी.टेक के सभी पाठ्यक्रमों के लिए दाखिला हरियाणा राज्य तकनीकी शिक्षा सोसाइटी (एचएसआईईटी) के माध्यम से जेईई मुख्य परीक्षा में प्राप्त रैंकिंग के आधार पर काउंसलिंग द्वारा किया जाता है तथा अन्य पाठ्यक्रमों के लिए दाखिला विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा द्वारा किया जाता है।