Sonipat/Alive News : परीक्षा में तनाव कैसे कम हो, इस विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को स्कूली विद्यार्थियों से संवाद करेंगे। प्रदेश शिक्षा विभाग की ओर से इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण राजकीय स्कूलों में छठी से बारहवीं कक्षा तक के सभी विद्यार्थियों को अनिवार्य रूप से कराने के निर्देश दिए गए हैं। मगर जिले के राजकीय स्कूलों में प्रधानमंत्री के संवाद कार्यक्रम को दिखाने के लिए संसाधन ही नहीं हैं।
वर्षों पहले करोड़ों रुपये खर्च कर राजकीय स्कूलों में लगवाए गए एजुसेट सिस्टम रखरखाव की कमी के चलते ठप पड़े हैं। वहीं अधिकतर स्कूलों के एजुसेट सिस्टम चोरी हो चुके हैं। इसके अलावा स्कूलों में टीवी व अन्य उपकरण भी नहीं है। ऐसे में जिले के शिक्षा अधिकारियों को प्रत्येक स्कूल में प्रधानमंत्री का संवाद कार्यक्रम आयोजित कराना किसी चुनौती से कम नहीं है।
वैसे तो जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संवाद कार्यक्रम अनिवार्य रूप से कराए जाने के निर्देश दे चुके हैं, मगर सभी स्कूलों में इसका प्रसारण कैसे होगा, इसका जवाब खुद किसी अधिकारी से पास नहीं है। प्रदेश के सभी माध्यमिक, उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण एजुसेट से किया जाना है। इसके लिए स्कूलों में एजुसेट सिस्टम, टीवी या रेडियो सेट जरूर उपलब्ध कराना होगा।
हरियाणा शिक्षा स्कूल परियोजना परिषद (एचएसएसपीपी) के राज्य परियोजना निदेशक ने प्रदेश के सभी डीईओ, डीईईओ और सभी जिला परियोजना संयोजकों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। आला अधिकारियों के निर्देश पर स्थानीय अधिकारी स्कूलों में कार्यक्रम को लेकर संसाधन जुटाने की जुगत में जरूर है, मगर स्कूलों की जैसी स्थिति है उससे साफ नजर आता है कि सभी विद्यार्थियों तक प्रधानमंत्री का संदेश पहुंचना संभव नहीं है।
अधिकतर एजुसेट रखरखाव की कमी के चलते हुए ठप, कुछ हुए चोरी
करीब एक दशक पहले प्रदेश के राजकीय स्कूलों में आधुनिक तरीके से पढ़ाई कराने व किसी भी आला अधिकारी या मंत्री से सीधे तौर पर संवाद करने के लिए एजुसेट सिस्टम लगवाए गए थे। इनमें लगवाने के साथ ही कमी आनी शुरू हो गई थी। कभी सिस्टम चलता तो इनके लिए प्रयोग में लाई जाने वाली बैटरी खराब हो जाती। इसलिए अधिकतर स्कूलों में यह कुछ ही समय बाद धूल फांकते नजर आने लगे। एजुसेट सिस्टम लगाने वाली कंपनी का रवैया भी इतना खराब रहता कि शिकायत करने के बावजूद इनकी रिपेयर नहीं हो पाती थी। इसी के साथ पिछले कुछ महीनों से जिले के सरकारी स्कूलों में चोरी की घटनाएं आम बात बन चुकी है।
पिछले साल भर के दौरान 50 से अधिक स्कूलों में चोरी हो चुकी है। एक तरफ रखरखाव की कमी तो दूसरी ओर चोर स्कूलों से कंप्यूटर व एजुसेट सिस्टम पर हाथ साफ करते रहे और शिक्षा विभाग किसी दर्शक की भांति मौन रहा। ऐसे में अब प्रधानमंत्री के संवाद कार्यक्रम को सभी बच्चों तक नहीं पहुंच पाने की जिम्मेदारी किसकी होगी, यही सवाल होना चाहिए।राजकीय स्कूल में चोरी के बाद बिखरा सामान।
परीक्षा से पहले तनाव दूर करने का मंत्र फूकेंगे प्रधानमंत्री
आम तौर पर देखा जाता है कि जब बोर्ड या स्कूलों की परीक्षाएं नजदीक आती हैं तो विद्यार्थी तनाव में आ जाते हैं। तनाव के चलते कई विद्यार्थी ठीक तरह से परीक्षा भी नहीं दे पाते हैं। कई विद्यार्थी ऐसे भी होते हैं जिन्हें प्रश्न के उत्तर का ज्ञान होता है लेकिन तनाव के चलते वह ठीक तरीके से उत्तर नहीं लिख पाते हैं। इसका सीधा असर परीक्षा परिणाम पर पड़ता है। अगले महीने सात मार्च से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा की परीक्षाएं भी शुरू होने जा रही हैं। जल्द ही स्कूलों में छठी से नौवीं व ग्यारहवीं कक्षा की परीक्षाएं भी शुरू होने जा रही हैं। परीक्षाएं शुरू होने से पहले ही 16 फरवरी को प्रधानमंत्री विद्यार्थियों से सीधा संवाद कर यह जानने का प्रयास करेंगे कि परीक्षा में तनाव कैसे कम किया जा सकता है।
यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगा, जिसका सीधा प्रसारण होगा।एजुसेट सिस्टम करीब दस वर्ष पहले लगवाए गए थे। ऐसे में अधिकतर स्कूलों के सिस्टम ठप पड़े हैं। हमारे सामने सभी स्कूलों में प्रधानमंत्री का संवाद कार्यक्रम आयोजित कराने की चुनौती है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर सभी खंड अधिकारी व स्कूलों के इंचार्ज को सूचित कर दिया गया है। जल्द ही सभी स्कूलों में जरूरी व्यवस्था कर दी जाएगी। छठी से बारहवीं कक्षा तक के प्रत्येक विद्यार्थी को सीधा प्रसारण जरूर दिखाया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को परीक्षा से पहले तनाव से दूर रहने में फायदा मिलेगा- दयानंद आंतिल, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारीi