November 18, 2024

शहर की कोई सड़क सलामत नहीं साइकिल ट्रैक पर अवैध कब्जे, कैसे मनाये कार फ्री डे

Faridabad/Alive News: विदेशों की नकल कर हरियाणा में अब हर बुधवार को कार फ्री डे मनाने का निर्णय लिया गया है। हालांकि बीते बुधवार को इस पखवाड़े का पहला कार फ्री डे मनाया भी गया है। लेकिन शहर में साइकिल चलाने के लिए न तो कोई साइकिल ट्रैक है और न ही कोई शहर की सड़क सलामत है। अगर कहीं लाखों खर्च कर ट्रैक बनाया भी गया था उस पर अब अतिक्रमण है।

आपको बता दे कि सेक्टर 12 के सचिवालय को मथुरा रोड से जोड़ने वाली सड़क के साथ बने साइकिल ट्रैक पर पक्ष और विपक्ष दोनों पार्टियों के कार्यालय के मुखिया नेताओं ने अवैध पार्किंग कर कब्जा किया हुआ है। इसके अलावा साइकिल ट्रैक पर कार शोरूम की पार्किंग और रेहड़ी पटरी और खोमचे वालों ने अवैध कब्जा किया हुआ है।

मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद वर्ल्ड कार फ्री डे की जागरूकता के लिए जिला प्रशासन ने अधिकारियों से लेकर आमजन तक सन्देश भेजा। लेकिन जब 22 सितम्बर की सुबह लोग गाड़ियों को अपने घरों में छोड़कर साइकिल से सड़कों पर उतरे तो सड़कों के गहरे गड्ढे देखकर परेशान हो गए और दुर्घटना के डर साथ अपने गंतव्य तक जान हथेली पर लेकर पहुंचे।

भाजपा सरकार ने लाखों खर्च कर बनाया था साइकिल ट्रैक
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा वर्ष 2016 में लगभग 25 लाख की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग से लगभग 1 किलोमीटर तक 5 फुट चौड़े साइकिल ट्रैक का निर्माण किया था। जिससे साइकिल चालकों को भारी वाहनों से अलग चलने की सुविधा मिल सके और उनका दुर्घटना से बचाव हो सके। लेकिन संबंधित विभाग की लापरवाही के कारण लाखों खर्च होने के बाद भी साइकिल चालक ट्रैक का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे है।

आपको बता दे कि साइकिल ट्रैक को बने हुए लगभग 6 साल होने वाले है। लेकिन अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैए के कारण यह ट्रैक अतिक्रमण की भेंट चढ़ रहा है और साइकिल चालकों को गड्ढों युक्त सड़कों से गुजरना पड़ रहा है। साइकिल ट्रैक का निर्माण करने वाले हुड्डा का कार्यालय भी कुछ ही दूरी पर है। अधिकारियों का आवागमन इसी सड़क से होता है लेकिन अभी तक ट्रैक पर हुए अतिक्रमण पर किसी भी अधिकारी की नजर नहीं पड़ी है।

क्या कहना है जिला उपायुक्त का
यह ट्रैक जरूरतमंदों की सुविधा के लिए बनाया गया था इस पर अतिक्रमण की जानकारी संबंधित विभाग को दे दी गई है जल्द कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
-जितेंद्र यादव, जिला उपायुक्त फरीदाबाद।