Faridabad/Alive News : विक्रम ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल पर्यावरण (एनजीटी)के केसों का निपटान अधिकारी गंभीरता से करें। उन्होंने एनजीटी के केसों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि जिस विभाग की जो भी जिम्मेदारी है उसे पूरा करना सुनिश्चित करें। बैठक में एनजीटी के सभी केसों की डीसी विक्रम ने एक एक करके विभागवार समीक्षा की।
समीक्षा के उपरान्त डीसी विक्रम अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल प्राधिकरण एनसीआर में गंभीरता से कार्य कर रहा है। एनजीटी द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार जिला फरीदाबाद में नियमों की पालना करना सुनिश्चित करें।
बैठक में एडीसी अपराजिता, एसडीएम परमजीत चहल, एसडीएम बल्लबगढ़ त्रिलोक चंद, एसडीएम बड़खल पंकज सेतिया, डीडीपीओ राकेश मोर, एसीईओ कम बीडीपीओ अंकिता अधिकारी, जिला राजस्व अधिकारी बिजेन्द्र राणा, डीएचबीवीएन कार्यकारी अभियंता उर्मिला ग्रेवाल, पीडब्लूडी बी एण्ड आर के कार्यकारी अभियंता प्रदीप सिन्धु, लेखाकार डीसी शर्मा सहित एनजीटी जुड़े विभागों के तमाम अधिकारी उपस्थित रहे।
बता दें, कि 18 अक्टूबर 2010 को राष्ट्रीय हरित अधिकरण की स्थापना राष्ट्रीय हरित अधिकरण अधिनियम 2010 के तहत पर्यावरण बचाव और वन संरक्षण और अन्य प्राकृतिक संसाधन सहित पर्यावरण से संबंधित किसी भी कानूनी अधिकार के प्रवर्तन और क्षतिग्रस्त व्यक्ति अथवा संपत्ति के लिए अनुतोष और क्षतिपूर्ति प्रदान करना और इससे जुड़े हुए मामलों का प्रभावशाली तथा तीव्र गति से निपटारा करने के लिए किया गया है। यह एक विशिष्ट निकाय है जो कि पर्यावरण विवादों बहु-अनुशासनिक मामलों सहित, सुविज्ञता से संचालित करने के लिए सभी आवश्यक तंत्रों से सुसज्जित है।