New Delhi/Alive News: माध्यमिक शिक्षा विभाग बोर्ड के द्वारा इस बार आनलाइन डाटा के आधार पर लगाई गई कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी स्थानीय अधिकारियों को परेशानी का सबब बन रही है। जिन शिक्षक की मृत्यु या सेवानिवृत्ति हो चुकी है, उनके डाटा अपडेट नहीं होने के चलते कक्ष निरीक्षक के रूप में ड्यूटी लगा दी गई है, जिससे विभागीय लापरवाही उजागर हो रही है। दरअसल इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा संपन्न कराने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग के द्वारा डिजिटल माध्यम से ड्यूटी लगाई गई है।
जिसमें बेसिक शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक बनाया गया है। इन शिक्षकों का विवरण विभाग की वेबसाइट पर पहले से ही अपडेट है, लेकिन जिन शिक्षक की मृत्यु हो गई है या फिर सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उसमें कोई अपडेट नहीं हुआ है जिसके चलते जिले के ऐसे तीन शिक्षकों की ड्यूटी भी लगा दी गई है। जिनमें एक की मृत्यु दूसरे की सेवानिवृत्ति और तीसरे ने इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक गांव बंजरपुरी के प्राथमिक विद्यालय में तैनात रहे गोपाल शर्मा की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगाई गई है जो कि एक साल पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
इसके अलावा भवानीपुर गांव की प्राइमरी स्कूल में तैनात रही शिक्षिका आईना गुप्ता ने त्याग पत्र दे दिया है। इनकी भी ड्यूटी लगाई गई है। गांव एंजरा के जूनियर हाई स्कूल में तैनात रहे शिक्षक विशाल अग्रवाल की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगाई गई है जबकि उनकी मृत्यु फरवरी में हो चुकी है। अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि विभाग की ओर से आनलाइन डाटा को उठाकर लगाई दे ड्यूटी के लिए कौन जिम्मेदार है। फिलहाल स्थानीय अधिकारी अन्य शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक के रूप में तैनात करेंगे।