Dabwali/Alive News : कक्षा नौंवी से बारहवीं तक की लाइब्रेरी की पुस्तकों को खरीदने के लिए निदेशालय ने राज्य के 3251 सरकारी सीनियर सेकेंडरी तथा सेकेंडरी स्कूलों को 80-80 रुपये की ग्रांट जारी की है, ताकि वे बुक बैंक योजना की पुस्तकें खरीद सकें। अब सवाल यह है कि पूरे स्कूल के नौंवी से बारहवीं के छात्रों के लिए लाइब्रेरी की पुस्तकें खरीदने के लिए महज 80 रुपए की राशि कितनी पर्याप्त रहेगी। फिलहाल शिक्षा अधिकारी जहां इसे क्लेरिकल मिसटेक बता रहे हैं।
चुनिंदा स्कूलों को दी जाती है ग्रांट
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला सचिव बूटा सिंह के अनुसार 80 रुपये की ग्रांट जारी करके सरेआम एजूकेशन सिस्टम का उपहास उड़ाया जा रहा है। अच्छा होता कि प्रदेश के चुनिंदा स्कूलों को ग्रांट दी जाती, जिससे वहां उपयोगी पुस्तकें खरीदी जा सकती थी। लेकिन शिक्षा विभाग में उच्च पदों पर बैठे लोग सरकार के इशारे पर सरकारी पैसे को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं।
फिलहाल शिक्षा अधिकारी इसे बता रहे क्लेरिकल मिस्टेक लाइब्रेरी की पुस्तकों के लिए 80 रुपये की ग्रांट (चौंकते हुए)। हजारों में जारी होगी, 80 रुपये जारी होने वाला मामला मेरी नोटिस में नहीं है। इसके बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता।
– संत कुमार बिश्नोई, उपजिला शिक्षा अधिकारी, सिरसा।
मैंने पत्र देखा है। लाइब्रेरी के लिए पुस्तकें खरीदने के लिए प्रति स्कूल के हिसाब से 80-80 रुपये दर्शाए गए हैं। मुङो लगता है यह कोई न कोई क्लेरिकल मिस्टेक हुई है। मैं कल इस बारे में उच्चधिकारियों से बातचीत कर क्लीयर करूंगा।
– यज्ञदत वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी, सिरसा।