25 जनवरी को भारत में हर साल मतदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। देश में लोकतांत्रिक नींव रखने के लिए वहां के लोगों का मतदान करना बहुत जरूरी होता हैं। भारत निर्वाचन आयोग इस बार 13वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मना रहा है। आजादी के बाद से 26 जनवरी 1950 में देश में संविधान लागू हुआ था। भारत में 18 वर्ष की आयु में हर आयु, वर्ग और लिंग के लोगों को मतदान का अधिकार हुआ है।
भारतीय संविधान में हर नागरिकों को कुछ अधिकार है जिसमें से एक मतदान का अधिकार है। देश में हर पांच साल में मतदान होते हैं। इसके साथ ही भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां जनता से, जनता के लिए और जनता का शासन होता है। वोटरों को मतदान के तरफ जागरूक करने के लिए हर वर्ष जनवरी माह में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। साल 2011 में तात्कालिक राष्ट्रपति प्रतिभा देवी पाटिल ने पहली बार 25 जनवरी को ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ मनाने की शुरुआत की थी। जिसके बाद से हर साल भारत में 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
पूरा देश और भारत निर्वाचन आयोग आज 13वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मना रहा है। भारत सरकार ने वर्ष 2011 से हर चुनाव में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस ’25 जनवरी’ को ही ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ के रूप में मनाने की शुरुआत की थी और 2011 से ही हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। इस दिन देश में सरकारों और अनेक सामजिक संथाओं द्वारा लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिससे कि देश की राजनीतिक प्रक्रियाओं में लोगों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।