November 17, 2024

दो दिवसीय सम्मेलन में 200 से ज्यादा प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा

Faridabad/Alive News : भारत सेवा प्रतिष्ठान फरीदाबाद तथा ग्रीन इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में वायु, जल और भूमि विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन ‘इको-2022’ संपन्न हो गया है।

समापन सत्र में राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के चेयरमैन न्यायमूर्ति आदर्श गोयल मुख्य वक्ता रहे। जाने-माने पर्यावरणविद एवं पदम विभूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी समापन सत्र में मुख्य अतिथि रहे। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष श्री पी. राघवेन्द्रा राव तथा इको-बाबा के नाम से लोकप्रिय पदमश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल सत्र में विशिष्ट अतिथि रहे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग, भारत सेवा प्रतिष्ठान फरीदाबाद के चेयरमैन श्री श्रीकृष्ण सिंघल तथा ग्रीन इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. जगदीश चौधरी भी उपस्थित थे।

सत्र को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति आदर्श गोयल ने कहा कि पर्यावरण और प्रकृति के प्रति भारतीय सोच हमेशा पूजनीय रही है। लेकिन औद्योगिकीकरण एवं आधुनिकीकरण की होड़ में पर्यावरणीय मूल्यों को लोग पीछे छोड़ रहे है। विकास के मूल विचार को लेकर चलना होगा, जोकि पर्यावरण हितैषी हो। पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार पर निर्भर रहने की बजाए हम सबको खुद आगे आना होगा।

इससे पहले, सम्मेलन में विशेषज्ञ वक्ता रहे “वाटरमैन ऑफ इंडिया” के रूप में लोकप्रिय प्रसिद्ध जल संरक्षणवादी डॉ. राजेन्द्र सिंह ने जल संकट से निपटने के लिए पारंपरिक जल प्रणाली अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि गिरते भूजल को नियंत्रित करने के लिए जल संचयन के लिए गांव में तालाबों और जाहड़ों को पुनर्जीवित करना होगा। उन्होंने कहा कि तालाबों पर आधारित पारंपरिक जल प्रणाली जल संकट का समाधान बताया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन से दुनिया में विस्थापन हो रहा है, जिससे युद्ध जैसे हालात बन रहे है। इस विस्थापन के विश्वयुद्ध से बचने तथा विश्व शांति के लिए विश्वव्यापी जल साक्षरता अभियान की आवश्यकता है।