Faridabad/Alive News: हरियाणा में स्कूल स्तर पर स्किल एजुकेशन का मॉडल तैयार हो गया है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने पाठ्यक्रम सहित पूरा ढाँचा बना कर तैयार कर लिया है। प्रथम चरण में स्किल एजुकेशन छठी से आठवीं कक्षा तक लागू होगी। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने इनोवेटिव स्किल स्कूल का पूरा खाका और पढ़ाए जाने वाले विषय प्रदेश सरकार के सामने प्रस्तुत किए हैं।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने इनोवेटिव स्किल स्कूल की पूरी योजना रचना तैयार की है। उन्होंने कहा कि यह स्कूल देश में स्किल एजुकेशन की नर्सरी साबित होंगे। भविष्य में इन्हें स्किल इको सिस्टम के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में भी विकसित किया जा सकेगा। इनोवेटिव स्किल स्कूल के माध्यम से नेशनल स्किल क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क के अनुसार नई पीढ़ी कौशल को औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ धारण करेगी। इन स्कूलों के माध्यम से केजी टू पीजी तक स्किल एजुकेशन का मॉडल साकार किया जा सकेगा। कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि यह मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की दूरदृष्टि के कारण संभव हो पाया है। इससे स्कूली शिक्षा की दिशा और दशा बदलेगी ।
स्कूल में होंगे प्रोफेशनल विषय : इनोवेटिव स्किल स्कूल एक तरह से देश में व्यवसायिक शिक्षा की नर्सरी के रूप में भी काम करेंगे। इसमें विद्यार्थियों को स्कूल शिक्षा के दौरान ही ऐसे प्रोफेशनल विषय पढ़ाए जाएंगे, जो आगे उनके करियर का आधार बनेंगे। इनोवेटिव स्किल स्कूल के सब्जेक्ट ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं, ताकि विद्यार्थी उच्चतर शिक्षा तक पहुंचते-पहुंचते अपने आप को एक कुशल पेशेवर के रूप में विकसित कर सकें। नेहरू ने बताया कि छठी से आठवीं तक के लिए जो विषय प्रस्तावित किए गए हैं, उनमें आईटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजाइन मेकिंग, ब्यूटी वेलनेस, हैंडीक्राफ्ट, मास मीडिया, ट्रैवल एंड टूरिज्म, फाईनेंशियल लिटरेसी और मार्केटिंग कमर्शियल एप्लिकेशन शामिल हैं।