Faridabad/Alive News : केन्द सरकार के कार्यालय विपणन एवं निरीक्षण निदेशालय, एन एच 4 फरीदाबाद में अधिकारियों और कांट्रेक्टर की मिलीभगत से श्रमिकों के पी.एफ.(भविष्य निधि) के लाखों रुपए का गोल माल किए जाने का मामला प्रकाश आया है। प्रैस विज्ञप्ति जारी कर डाटा एंट्री आपेरटरों ने बताया कि वर्ष 2013—2016 तक निदेशालय में कार्य कर चुके व कर रहे कार्मिकों को एसबेंस सिक्योरिटी सर्विसेज गुडगांव द्वारा पी.एफ. का भुगतान नहीं किया गया।
डाटा एंट्री ऑपरेटर कुलदीप सिंह ने बताया कि सभी डाटा एंट्री ऑपरेटरों ने कांट्रेक्टर की कार्यशैली के विषय में वर्ष 2015 में निदेशक (प्रशासन), अवर सचिव (प्रशासन), अनुभाग अधिकारी प्रशासन—2 को लिखित में अवगत कराया था । जिसके बाद अधिकारियों द्वारा सभी डाटा एंट्री आपरेटर को आश्वान दिया गया कि पी.एफ के भुगतान किए जाने के पश्चात ही कांटे्रक्टर के बिलों का भुगतान किया जाएगा ।
श्री सिंह ने बताया कि जब निदेशालय के अधिकारियों द्वारा कांट्रेक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो मजबूरन उन्होंने इसकी शिकायत जनवरी माह, 2018 में संयुक्त सचिव (विपणन) एवं कृषि विपणन सलाहकार को की गई। जिसके बाद अनुभाग अधिकारी प्रशासन—2 द्वारा बताया गया कि वर्तमान में उपरोक्त कांटे्रक्टर का निदेशालय में कोई अनुबंध नहीं है और एेसे में उन्हें अपने पी.एफ की उम्मीद नहीं करनी चाहिए । जबकि उक्त अधिकारियों को डाटा एंट्री आपेरटरों द्वारा पहले ही एसबेंस सिक्योरिटी सर्विसेज की कार्यशैली के बारे में बताया गया था ,उसके बावजूद कांट्रेक्टर के सभी बिलों का भुगतान कर दिया गया ।
विज्ञप्ति में राजू फुलिया ने बताया कि कांट्रेक्टर तकरीबन 4 साल तक अपने कांट्रेक्ट को रिन्यु कराने में सफल रहा । श्री फुलिया ने बताया कि उन्होंने अपने इस मामले की शिकायत पी.एफ कमिश्नर सहित संयुक्त सचिव (विपणन) एवं कृषि विपणन सलाहकार, केन्दीय कृषि मंत्री, प्रधान मंत्री, राष्ट्रपति, केन्दीय श्रम मंत्री और केन्दीय सतर्कता कमिश्नर, भारत सरकार से कर उनके समक्ष न्याय की गुहार लगाई है और साथ ही श्रमिकों के भविष्य निधि के पैसों को हड़पने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है । श्री फुलिया ने बताया कि उन्होंने अपने हक की लड्राई के लिए अवाज उठाई तो निदेशालय के अधिकारियों ने सभी डाटा एंट्री ऑपरेटरों को नौकरी से निकाल दिया ।