Faridabad/Alive News: फोर्थ वॉल प्रोडक्शंस द्वारा आयोजित चतुर्थ फरीदाबाद थियेटर फेस्टिवल के दूसरे दिन हरियाणा कला परिषद के सहयोग से मंचित हुए नाटक अंत भला तो सब भला ने लोगों को खूब हंसाया। रिमझिम फुहारों के बीच हुआ यह नाटक दर्शकों के लिए भी यादगार बन गया। एन.आई. टी फ़रीदाबाद के विधायक नीरज शर्मा ने भी बारिश की बूंदों के बीच बैठकर इसका आनन्द लिया।
रविवार को इस नाटक का एक और मंचन भी किया जाएगा। फ़रीदाबाद नगर निगम, मिशन जागृति और अदाकार नाट्य अकादमी के सहयोग से आयोजित हो रहे इस पांच दिवसीय रंग महोत्सव का समापन 27 मार्च को विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर किया जाएगा।
हरियाणा कला परिषद, रोहतक ज़ोन के सहयोग से मंचित हुए नाटक अंत भला तो सब भला में अदालत और वकीलों को पृष्ठभूमि में रख कर हास्य व्यंग्य से भरपूर स्थितियों को उजागर किया गया है। अदालत में जज और वकील की मिली भगत से वादी को ही कठघरे में खड़ा किया जा सकता है और आरोपी हंसते खिलखिलाते हुए आज़ाद हो जाता है।
दरअसल, एक आदमी अपने पड़ोसी की एक भेड़ को मार कर अपनी प्रेमिका और उसके परिचितों को मांस और सूप की दावत देता है। जब भेड़ की हत्या से जुड़ा एक मामला अदालत पहुंचता है तो हास्य रस से भरपूर नाटक नया मोड़ लेता है। कोर्ट में वादी को ही कठघरे में खड़ा कर दिया जाता है और वकील व आरोपी मिली भगत से जज को ही बेवकूफ़ बनाने लगते हैं। अंत में वकील आरोपी को सलाह देता है कि जज कुछ भी पूछे तो उसे मरी हुई भेड़ की तरह बा . . बा . . बा करते रहना है, जिससे जज समझे कि उसका दिमाग सही नहीं है और उसे छोड़ दिया जाता है। इस तरह कोर्ट कचहरी पर कटाक्ष करते हुए सभी पात्र हास्य पैदा करते हैं।
यह नाटक मूल रूप से फ्रेंच फार्स नाटक का है, जिसका हिन्दी रूपांतरण डॉ. अंकुश शर्मा ने किया है। दीपक पुष्पदीप द्वारा निर्देशित इस नाटक के मुख्य पात्रों की भूमिका अभिषेक राठौड़, हेमन्त कौशिक, अभिषेक प्रिन्स, आकाश सेंगर तथा सैफ़ अली ख़ान ने निभाई है। इस फेस्टिवल में सहयोग कर रही संस्था मिशन जागृति के निदेशक प्रवेश मलिक ने बताया कि 25 मार्च को इस फेस्टिवल में बेबी नाटक का मंचन किया जाएगा।