Rhotak/Alive News: राजकीय स्कूलों में पहली से तीसरी कक्षा के विद्यार्थियों का वार्षिक आकलन किया जा रहा है। शिक्षा निदेशालय ने इस बार बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक का कार्यक्रम की शुरुआत की है। इसके जरिए ही विद्यार्थियों की बौद्धिक स्तर की जांच की जा रही है। वही, बौद्धिक जांचने के साथ ही शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के लिए स्किल पासबुक स्कूलों में भेजी है। इसमें शिक्षकों को विद्यार्थियों की योगिता को दर्ज कराना होगा।
स्किल पासबुक के माध्यम से विद्यार्थियों के शिक्षा स्तर को जांचने के साथ ही कक्षा में बैटरी की मुद्रा दूसरे विद्यार्थियों से व्यवहार सहित अन्य गतिविधियों को परखा जाएगा। इसके बाद स्किल पासबुक को अभिभावकों को नहीं बल्कि अगली कक्षा के शिक्षकों को दिया जाएगा। अभिभावकों को उनके बच्चों के वार्षिक रिपोर्ट दिखाई जाएगी। इसके लिए उनके स्किल पासबुक पर हस्ताक्षर भी कराए जाएंगे। इसके बाद ही अगली कक्षा के शिक्षकों की पासबुक दी जाएगी।
स्किल पासबुक के आधार पर ही अगली कक्षा का शिक्षक विद्यार्थी की व्यक्तिगत योगिता क्लास की आवश्यकता के बारे में जान सकेंगे।