Faridabad/Alive News: शिक्षा विभाग और आयुष विभाग के निर्देशानुसार राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एनआईटी तीन फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस, गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने आयुर्वेद दिवस पर पोषक आहार के प्रति जागरूक करते हुए ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया।
विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान धन्वंतरि की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई थी। समुद्र मंथन से निकले भगवान धन्वंतरि के हाथों में कलश था। दीपावली से दो दिन पहले भगवान धन्वंतरी के जन्मदिन को धनतेरस के रूप में मनाया जाता है। आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि के जन्मदिन पर धनतेरस को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है।
जिसमें सभी ग्रंथों ने आयुर्वेदावतरण के प्रसंग में भगवान धन्वंतरि का उल्लेख किया है। आयुर्वेद दिवस हमारे दैनिक जीवन में आयुर्वेद के महत्व पर जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। यह दिन आयुर्वेद के प्रभावशाली होने और इसके उपचार सिद्धांतों की तरफ ध्यान केंद्रित करने के लिए भी मनाया जाता है। केंद्र सरकार आयुर्वेद की क्षमता के द्वारा बीमारियों को कम करना चाहती है।
प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा और कॉर्डिनेटर डॉक्टर जसनीत कौर ने कहा कि आयुर्वेद को बहुत शक्तिशाली माना गया है और यही कारण है कि भारत में काढ़े का बहुत महत्व है। कोरोना वायरस के आने पर भी लोगों को काढ़ा पीने का परामर्श दिया गया। काढ़ा एक आयुर्वेदिक मिश्रण है जिसे विभिन्न जड़ी-बूटियों और मसालों को कुछ मिनट तक पानी में उबालकर बनाया जाता है। यह इम्यूनिटी बढ़ाने का भी काम करता है। आयुर्वेद में अच्छे स्वास्थ्य के लिए आंवला, हरड सहित प्रकृति से प्राप्त फलों, साग व सब्जियों एवम औषधियों के सेवन पर विशेष बल दिया गया है।