Gurugram/Alive News: हर साल 11 अक्टूबर को पूरी दुनिया में इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे मनाया जाता है। इस वर्ष गर्ल चाइल्ड-डे की थीम लड़कियों के अधिकारों में निवेश: हमारा नेतृत्व, हमारा कल्याण है। शहर की प्रसिद्ध सामाजिक संस्था एम3एम फांउडेशन ने इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड-डे के अवसर पर तावडू ब्लॉक की 11 लड़कियों को लाइफ टाइम एजुकेशन सपोर्ट देने का निर्णय लिया है। लाइफ टाइम एजकेशन सपोर्ट के तहत फांउडेशन द्वारा तावडू ब्लॉक के अलग- अलग 11 पंचायतों की लड़कियों को स्कॉलरशिप दी गई। फांउडेशन लाइफ टाइम एजुकेशन स्कॉलरशिप के तहत 11 लड़कियों का जीवन भर के लिए पढ़ाई का सारा खर्चा वहन करेंगी। इसके साथ ही सभी लड़कियों को एक- एक बरगद का पौधा भी उपहार स्वरुप दिया गया। सभी लड़कियों ने पंचायती क्षेत्र में बरगद के पौधे को लगाया है तथा पौधे की देख- रेख करने का संकल्प भी लिया। फांउडेशन का उद्देश्य आर्थिक रुप से कमजोर लड़कियों को शैक्षणिक रुप से मजबूत बनाने के साथ- साथ पर्यावरण के प्रति जागरुक करना भी है।
इस अवसर पर फांउडेशन की चेयरमैन एंड ट्रस्टी पायल कनोडिया ने सभी लड़कियों को बधाई दी और कहा कि फांउडेशन का उद्देश्य समाज के हित में काम करना है। फाउंडेशन की ओर से साक्षरता, लक्ष्य, कौशल संबल जैसे कई प्रोग्राम चलाए जा रहे है। इन प्रोग्राम्स में आर्थिक रुप से कमजोर युवाओं को एजुकेशनल ट्रेंनिग, प्रैक्टिकल कोर्स आदि करवाए जाते है। इसके अलावा पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे है। स्कॉलरशिप प्राप्त करने वाली लड़कियों को बरगद का पौधा पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए दिया गया।
फांउडेशन के प्रेसिडेंट डॉ ऐश्वर्य महाजन ने बताया कि फांउडेशन की ओर से साक्षर प्रोग्राम चलाया जाता है। साक्षर प्रोग्राम का उद्देश्य समाज के वंचित वर्ग तक शिक्षा की पहुंच को बढ़ावा देना है। इस प्रोग्राम के अंतर्गत बुनियाद पहल की शुरुआत की गई है। बुनियाद आर्थिक रुप से कमजोर स्टूडेंट्स को लाइफ टाइम एडुकेशन स्कॉलरशिप देती है। इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे के अवसर पर स्कॉलरशिप के लिए 11 लड़कियों को चुना गया है। फांउडेशन इन सभी लड़कियों के पढ़ाई के पूरे खर्चें का वहन करेंगी।
पढ़ने और आगे बढ़ने की इच्छुक हैं सभी लड़कियां
एम3एम फांउडेशन की ओर से स्कॉलरशिप के लिए चयनित लड़कियां आर्थिक रुप से कमजोर परिवारों से संबंध रखती है। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के बाद भी सभी लड़कियां पढ़ने और आगे बढ़ने की इच्छुक हैं। स्कॉलरशिप प्राप्त करने वाली कुछ लड़कियां डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस ऑफिसर बनना चाहती है। स्कॉलरशिप लेने वाली लड़कियों ने फांउडेशन का धन्यवाद किया है। साथ ही बरगद के पौधे की देखरेख करने का भी संकल्प लिया है।