गर्मी के मौसम में आमतौर पर मिलने वाली लोकप्रिय फूड आइटम जिसे तोरी या तोरई के नाम से जाना जाता है। बहुत से लोगों को नापसंद होता है। ये सब्जी एशिया, अफ्रीका और कैरिबियन में आमतौर पर पाई जाने वाली सब्जी है। गर्मियों के मौसम में विशेष रूप में मिलने वाली इस सब्जी के कई बेहतरीन फायदे हैं। यह आमतौर पर लंबी और संकरी होती है, जिसकी ऊपरी सतह हरे रंग की होती है। ये सख्त और रेशेदार होती है। वहीं सब्जी के अंदर का भाग सफेद और काफी नरम होता है, जिसमें छोटे बीज होते हैं।
इसमें फाइबर, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा इसमें आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम के भी भरपूर स्रोत पाए जाते है। तोरई सब्जी का शरीर पर ठंडा प्रभाव पड़ता है। तो चलिए जानते हैं कि तोरई का सेहत पर क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ है। जिसकी वजह से आपको इसे अपने डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
तोरई के ये है फायदे
-तोरई कम कैलोरी वाली सब्जी है, जो एक्स्ट्रा किलो को कम करने में मदद कर सकती है। इसमें फाइबर की मात्रा उच्च होती है। तोरई में मौजूद हाई फाइबर मल त्याग को विनियमित करने में मदद कर करते है। इसमें एंजाइम भी होते हैं, जो पाचन में सहायता करते हैं और स्वस्थ आंत को बढ़ावा देते हैं।
-तोरई घुलनशील फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने और अचानक स्पाइक्स और क्रैश को रोकने में मदद कर सकता है। यह एंटीऑक्सिडेंट में भी समृद्ध है, जो ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है, जो इंसुलिन प्रतिरोध में योगदान कर सकता है।
-तोरई विटामिन सी का भी एक अच्छा स्रोत है, जो एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो इंफेक्शन और अन्य बीमारियों को दूर रखने में भी मदद कर सकते हैं।
-तोरई में कोलेस्ट्रॉल और सैचुरेटेड फैट कम होता है, जो इसे
दिल के स्वास्थ्य के लिए एक बढ़िया फूड बनाता है। यह पोटेशियम से भी समृद्ध है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
-तोरई विटामिन ए और सी से भरपूर होती है, जो स्वस्थ त्वचा और बालों के लिए आवश्यक हैं। इसमें एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं, जो मुक्त कणों से होने वाले नुकसान को रोकने में मदद कर सकते हैं। फ्री रैडिकल्स समय से पहले व्यक्ति को बूढ़ा दिखाने लगते हैं और बालों की अन्य समस्याओं का भी कारण बन सकते हैं।
-तोरई के गूदे में उच्च मात्रा में सेल्युलोज होता है, जो एक नेचुरल फाइबर है। नतीजतन, दाल में तुरई खाने या फिर बस एक गिलास तोरई का रस शहद के साथ पीने से, कब्ज से तेजी से राहत मिल सकती है।
-तोरई में पोटैशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर और सेलेनियम जैसे खनिजों की मात्रा भरपूर है। ये सभी मिलकर शरीर में एसिडिटी को होने से रोकने में सहायता करते हैं। साथ ही डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए इलेक्ट्रोलाइट को बढ़ावा देते हैं और शरीर में खोए हुए तरल पदार्थ और पोषक तत्वों की आपूर्ति करते हैं।