New Delhi/Alive News : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकनअब्बासी के आतंकी हाफिज सईद को लेकर दिए गए बयान पर अमेरिका ने कड़ ऐतराज जताया है. अमेरिका ने कहा है हाफिज सईद के खिलाफ कानून की अंतिम सीमा तक मुकदमा चलना चाहिए. एक चैनल के अनुसार अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा, ‘अमेरिका चाहता है कि हाफिज सईद के खिलाफ कानून की अंतिम सीमा तक मुकदमा चले और हमने इस बारे में अपनी चिंता पाकिस्तानी की सरकार को भी बता दी है. हाफिज सईद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा जारी 1267 आतंकियों की सूची में शामिल है. हाफिज सईद का संगठन लश्कर ए तैयबा से जुड़ा संगठन है.’
नोर्ट ने कहा, ‘हमने अपना रुख पाकिस्तान की सरकार को स्पष्ट कर दिया है. हम चाहते हैं कि यह आतंकी किसी भी हाल में कानून की गिरफ्त से नहीं छूटना चाहिए. इस पर कड़े कानूनी प्रावधानों के तहत मुकदमा चलना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘हमने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री अब्बासी का वह बयान भी देखा है जिसमें उन्होंने हाफिज सईद को क्लीन चिट दी थी. हम हाफिज सईद को आतंकवादी मानते हैं जो कि एक अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठन के लिए काम कर रहा है. वह 2008 मुंबई हमले का मास्टमाइंड था. जिसमें अमेरिकी नागरिकों की भी मौत हुई थी.’
जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद को नजरबंद किए जाने के बाद नवंबर में रिहा कर दिया गया था. अमेरिका ने जमात-उत-दावा को आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है जोकि लश्कर ए तैयबा के लिए काम कर रहा है. इस संगठन की स्थापना हाफिज सईद ने 1987 में की थी.
आपको बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी ने मुंबई 26/11 हमलों के मुख्य साजिशकर्ता को क्लीन चिट देते हुए कहा था कि हाफिज सईद साहब के खिलाफ इस्लामाबाद कोई कदम नहीं उठाएगा क्योंकि उनके खिलाफ देश में कोई मामला दर्ज नहीं है. पाकिस्तान ने जमात-उद-दावा (जेयूडी) के प्रमुख को नवंबर में नजरबंदी से रिहा कर दिया था.
पाक पीएम अब्बासी ने हाफिज को कहा ‘साहब’
गौरतलब है कि अमेरिका ने जेयूडी को लश्कर-ए-तैयबा का ‘आतंकी मोर्चा’’ घोषित कर रखा है. इस संगठन की स्थापना सईद ने वर्ष 1987 में की थी. लश्कर वर्ष 2008 में हुए मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार है जिसमें 166 लोग मारे गए थे.‘जियो टीवी’ को मंगलवार (16 जनवरी) को दिए एक साक्षात्कार में अब्बासी ने हाफिज को साहब या सर कहकर संबोधित किया. संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित किए हाफिज के खिलाफ कदम उठाने के सवाल पर अब्बासी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान में हाफिज सईद साहब के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं है. केवल मामला दर्ज होने पर ही कदम उठाए जा सकते हैं.’’ नजरबंदी से मुक्त होने के बाद सईद ने जेयूडी के ‘मिल्ली मुस्लिम लीग’ के अधीन वर्ष 2018 में आम चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. ‘मिल्ली मुस्लिम लीग’ का चुनाव आयोग में पंजीकरण किया जाना अभी बाकी है.
अमेरिका ने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों के चलते हाफिज पर 1 करोड़ डॉलर का इनाम घोषित करने के बावजूद उसके पाकिस्तान में गतिशील होने से वह चिंतित है. उसने पाकिस्तान से उसे दोबारा गिरफ्तार करने को भी कहा है.पाकिस्तान सरकार के सईद की पार्टी को मुख्यधारा में आने से रोकने के सवाल पर अब्बासी ने दावा किया कि वह सरकार का फैसला नहीं था और चुनाव आयोग अपने नियमों के तहत काम करता है. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत के साथ युद्ध का कोई खतरा नहीं मंडरा रहा है दोनों देशों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर मौजूदा स्थिति न बिगड़े.
अब्बासी ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि वहां युद्ध का कोई खतरा है, कम से कम हमारी तरफ से तो नहीं. पाकिस्तान ने कभी कोई एकतरफा कार्रवाई नहीं की है. हमने हमेशा जिम्मेदारी से काम किया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दूसरी ओर जो लोग हैं अगर उन्हें लगता है कि इससे कुछ राजनीतिक फायदें होंगे और वे राजनीतिक टिप्पणी करना जारी रखेंगे, जैसा कि उनके सैन्य नेतृत्व ने किया, तो यह शांति के लिए कभी अच्छा नहीं होगा.’’ भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत द्वारा पाकिस्तान को ‘‘परमाणु ब्लफ’’ बताए जाने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय सेना प्रमुख हमारे पक्ष में नहीं कभी बोलेगी. यह एक तथ्य है कि पाकिस्तान परमाणु सम्पन्न देश है और हमने इसका प्रदर्शन भी किया है.’’ उन्होंने कहा भारत को समझना चाहिए की अगर नियंत्रण रेखा पर उल्लंघन होगा, तो उसका जवाब भी दिया ही जाएगा.
हाफिज सईद के खिलाफ कई सारे सबूत : हामिद करजई
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने गुरुवार(18 जनवरी) को कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित हाफिज सईद के खिलाफ बहुत सारे सबूत हैं. कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने 2008 के मुंबई आतंकी हमले के षड्यंत्रकारी सईद को क्लीनचिट दे दी थी. जमात-उद-दावा (जेयूडी) को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का सहयोगी संगठन माना जाता है. 26-11 के मुंबई आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए लश्कर ही जिम्मेदार था. हमलों में 166 लोगों की जान चली गयी थी. अमेरिका ने जून 2014 में लश्कर-ए-तैयबा को विदेशी आतंकी संगठन करार दिया था.
करजई से जब यहां रायसीना संवाद से इतर सईद को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री द्वारा क्लीनचिट दिये जाने के बारे में पूछा गया तो पूर्व अफगान राष्ट्रपति ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ओह. कई सारे सबूत हैं, और सभी को पता है.’’अब्बासी ने मंगलवार को जियो टीवी पर एक इंटरव्यू में सईद को साहिब कहकर पुकारा था. जमात उद दावा प्रमुख को नवंबर में पाकिस्तान नजरबंदी से रिहा किया गया था.