Faridabad/Alive News: सोमवार को स्थानीय बी.के चौक पर शहीदी दिवस पर साध संगत द्वारा लंगर वितरण कार्यक्रम का आयोजन तीसरे दिन भी जारी रहा। इस अवसर पर प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राज्य मंत्री राजेश नागर ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की, वहीं पूर्व शिक्षा मंत्री श्रीमती सीमा त्रिखा भी विशेष रूप से मौजूद रहीं।
राज्य मंत्री राजेश नागर व पूर्व शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने आए हुए श्रद्धालुओं को अपने हाथ से लंगर वितरित किया। तत्पश्चात मंत्री बनने के बाद बड़खल विधानसभा क्षेत्र में प्रथम आगमन पर राज्य मंत्री राजेश नागर का स्वागत करते हुए प्रदेश की पूर्व शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने शहीद भगत सिंह चौक (एनआईटी) पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव की प्रतिमा के समक्ष उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया।
इस मौके पर उपस्थित साध संगत को सम्बोधित करते हुए राज्य मंत्री राजेश नागर ने कहा कि सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी के परिवार की शहादत को आज भी इतिहास की सबसे बड़ी शहादत माना जाता है। छोटे साहिबजादों का स्मरण आते ही सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है और सिर श्रद्धा से झुक जाता है। देश में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद ही 26 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी के साहस को श्रद्धांजलि देने के लिए वीर बाल दिवस पूरे देश-विदेश में मनाया जाता है।
पूर्व मंत्री सीमा त्रिखा ने बताया कि सरबत दा भला व साध संगत के प्रयासों से शहीदी दिवस पर सात दिवसीय लंगर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें हजारों साध संगत लंगर चख रहे है।
इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी त्रिखा, सरदार मोहन सिंह भाटिया, रविन्द्र सिंह राणा, लोकसभा प्रभारी नरेन्द्र वत्स, जिला महामंत्री मनोज वशिष्ठ, बिशम्बर भटिया ने भी लंगर सेवा की।