June 7, 2025

सरकारी स्कूलों में सुविधाओं का अभाव बना शून्य दाखिले का कारण

Faridabad/Alive News : सरकारी स्कूलों के अध्यापकों द्वारा गली – गली घुमकर अपने स्कूल में दाखिले का प्रचार – प्रसार किया, परन्तु इसके बावजूद बाल वाटिका में दाखिले के लिए अभिभावकों ने कोई रुचि नहीं देखी गई। नतीजा दाखिले की संख्या शून्य रही, जिससे अधिकारियों की चिंता बढ़ी। अब स्कूल से जवाब मांगने की तैयारी की जा रही हैं। निदेशालय ने ऐसी लिस्ट जारी की हैं जिसमें ऐसे स्कूलों और बाल वाटिका को शामिल किया है जिनमें सबसे कम और जीरो दाखिले हुए हैं।

इनमें महावतपुर, एनआईटी दो, पल्ला नंबर दो तथा सेक्टर-37 के राजकीय मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल, आवास कालोनी दयालपुर, पाली, बसंतपुर, फैजपुर खादर, फतुपुरा, कबूलपुर बांगरा, कौराली, ओल्ड फरीदाबाद, प्रहलादपुर, पावटा, सदपुरा, साहपुर कलां और साहपुर खुर्द के राजकीय प्राथमिक पाठशालाओं में मौजूद बाल वाटिका में और इन स्कूलों में पहली से पांचवी तक की कक्षाओं मे अभिभावकों ने अपने बच्चों के बेहद कम दाखिले कराए हैं।

क्या स्कूलों में सुविधाओं की कमी का अभाव हैं

इनमें से ज्यादातर स्कूलों में छात्रों के बैठने की उचित व्यवस्था नहीं, अध्यापकों की कमी और संसाधनों की कमी हैं। इसी कारण अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला इसमें नही करना चाहते। सरकारी स्कूल अध्यापक हर साल जागरूकता शिविर का आयोजन करते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा अभिभावक आकृषित हो और अपने बच्चों का दाखिला कराएं। गली-गली में जाकर घुम -घुमकर अध्यापकों ने अपने स्कूल में दाखिला कराने का प्रयास किया। लेकिन सुविधाओं का अभाव इसमें बाधा उत्पन्न कर रहा था। विभाग दाखिला बढ़ाने में असफल रहा है।