November 17, 2024

दूसरी जाति में बैठी युवती को समाज और परिवार से किया बहिष्कृत

Sheopur/Alive News : प्रदेश सरकार दूसरी जाति में विवाह करने पर भले ही 2 लाख की प्रोत्साहन राशि देती हो,लेकिन आदिवासी समाज ने इसे अक्षम्य अपराध करार दिया है। ऐसी घटनाओं को समाज के अस्तित्व पर खतरा बता रहा आदिवासी समाज अब दीगर जाति के लडके से समाज की लडकी की शादियों पर सजा सुनाने लगा है। दूसरी जाति में बैठी युवती को समाज व परिवार से बहिष्कृत किया जाने लगा है एवं उनके पिता पर आदिवासी पंच जुर्माना लगा रहे हैं। युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए आदिवासी समाज ने समाज सुधार सभा का गठन किया है।

इस सभा की पहली बैठक 28 जनवरी रविवार को श्योपुर से सटे सलापुरा गांव में हुई। इस बैठक में कलारना, बर्धाबुजुर्ग, दलारना खुर्द, देवरीपुरा, जाटखेड़ा, सलापुरा, बगवाज और ढेंगदा गांव के 61 आदिवासी पटेल व पंच शामिल हुए। समाज सुधार सभा के अध्यक्ष का जिम्मा जगनलाल लांगुरिया व उपाध्यक्ष गंगाराम सोनेरिया को बनाया गया। पहली ही बैठक में एक युवती को समाज व परिवार से बहिष्कृत कर दिया। तीन ल़़डकियों के पिताओं पर 5 से लेकर 12 हजार तक का जुर्माना किया गया और शराब, स्मैक, गांजा पीने वाले युवकों को 16 साल के लिए समाज से बाहर करने का फैसला हुआ।

आदिवासी समाज भोला-भाला है। चतुर लोग सरकारी योजनाओं का लाभ लेने, जमीन पर कब्जा करने के लिए हमारी बेटियों का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे लोग ही हमारे युवाओं को नशे की ओर धकेल रहे हैं। इन सब पर लगाम लगाने के लिए समाज सुधार सभा का गठन हुआ है। ऐसा करने वालों पर हम सख्त कार्रवाई करेंगे तभी माता-पिता अपनी बेटियों पर ध्यान देंगे। – गंगाराम सोनेरिया उपाध्यक्ष, आदिवासी समाज सुधार सभा