November 18, 2024

मैक्स अस्पताल को लेकर मनोज तिवारी के बयान पर केजरीवाल की तीखी प्रतिक्रिया

New Delhi/Alive News : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी की आलोचना करते हुए कहा कि ‘उन्होंने ईमानदारी को बेच दिया है.’ तिवारी ने मैक्स अस्पताल शालीमार बाग का लाइसेंस रद्द करने का विरोध किया था. एक चैनल के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए तिवारी ने कहा कि वह अस्पताल के लाइसेंस को रद्द करने का विरोध करते हैं क्योंकि केजरीवाल ने वहां काम करने वाले लोगों और भर्ती रोगियों की दशा पर विचार नहीं किया. केजरीवाल का बयान आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलटवार किया है.

दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को कई मामलों में कथित चिकित्सकीय लापरवाही के लिए अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया था. मुंडका इलाके में एक सभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उन्हें ‘दुख’ है कि तिवारी और भाजपा अस्पताल का समर्थन कर रहे हैं.

उन्होंने आरोप लगाया, ‘बीजेपी मैक्स अस्पताल के साथ है. अगर हम बेईमान होते तो अस्पताल के साथ समझौता कर लेते और चुप हो जाते.’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन हम यहां राजनीति में गलत काम करने या धन कमाने नहीं आए हैं. हम लोगों की सेवा करने और उनके साथ ईमानदारी से काम करने के लिए राजनीति में आए हैं. मुझे दुख है कि मनोज तिवारी ने अपनी ईमानदारी बेच दी है.’

केजरीवाल ने मनोज तिवारी को घेरा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने ईमानदारी को बेच दिया है. तिवारी ने मैक्स अस्पताल शालीमार बाग का लाइसेंस रद्द करने का विरोध किया था. मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए तिवारी ने कहा कि वह अस्पताल के लाइसेंस को रद्द करने का विरोध करते हैं क्योंकि केजरीवाल ने वहां काम करने वाले लोगों और भर्ती रोगियों की दशा पर विचार नहीं किया.

दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को कई मामलों में कथित चिकित्सकीय लापरवाही के लिए अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया था. मुंडका इलाके में एक सभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उन्हें दुख है कि तिवारी और भाजपा अस्पताल का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया, भाजपा मैक्स अस्पताल के साथ है. अगर हम बेईमान होते तो अस्पताल के साथ समझौता कर लेते और चुप हो जाते.

उन्होंने कहा, लेकिन हम यहां राजनीति में गलत काम करने या धन कमाने नहीं आए हैं. हम लोगों की सेवा करने और उनके साथ ईमानदारी से काम करने के लिए राजनीति में आए हैं. मुझो दुख है कि मनोज तिवारी ने अपनी ईमानदारी बेच दी है.