Faridabad/Alive News: गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में नशा मुक्त हरियाणा अभियान के अंतर्गत नशा समाप्त करने की अपील करते हुए नाटक प्रस्तुत किया। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि नशा करने से सेहत और मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ता है। नशा करने वाला अपने साथ अपने परिवार के लिए भी समस्या बन जाता है जिससे स्वास्थ्य और पैसे दोनों का विनाश होता है। विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि यदि उनके आसपास कोई नशा करता है तो उसे नशा मुक्ति केंद्र में लेकर आएं और उसका उपचार करवाएं।
यहां रोगियों का नशा छुड़वाने का उपचार किया जाता है। अध्यापिका गीता, शालिनी, अजय गर्ग, जसबीर सिंह सहित सभी स्टाफ सदस्यों ने नशा मुक्त स्वस्थ समाज बनाने के लिए प्रेरित किया। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने बताया कि हरियाणा सरकार, शिक्षा विभाग एवम स्वास्थ्य विभाग की ओर से समय समय पर नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि देश से नशा समाप्त करने का उद्देश्य लोगों को नशे की बुरी आदत से छुटकारा दिलाना तथा उन्हें नशे से होने वाले दुष्प्रभाव से बचाना है। यह सत्य है कि नशीले पदार्थों के सेवन से पीड़ित व्यक्ति को पारिवारिक एवं सामाजिक अलगाव और लोगों की उपेक्षा का सामना करना पड़ता है।
इससे निश्चित रूप से उन्हें मानसिक और शारीरिक कष्ट एवं आघात पहुंचता है। उन्होंने कहा कि हम सब यह संकल्प करें कि हम किसी भी प्रकार का नशा न करते थे, न करते हैं था, न भविष्य में करेंगे। अपने विद्यालय के मित्र, मोहल्ले के साथी, परिवार के सदस्यों एवं समाज के स्वजनों को भी इससे दूर रखेंगे ताकि नशा मुक्त समाज के निर्माण में सहायक हो सकें। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि नशा रूपी दलदल से बचने के लिए हमें अपने आसपास के लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देनी चाहिए ताकि कोई भी नशे की चंगुल में न फंसे।
स्टाफ और विद्यार्थियों ने नशा नहीं करने और न दूसरों को करने देने का प्रण भी लिया। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने सभी विद्यार्थियों एवम अध्यापकों का नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए आभार व्यक्त करते हुए हरियाणा सरकार और शिक्षा विभाग के प्रयासों की सराहना की तथा सभी से नशा समाप्त करने के लिए सहयोग करने के लिए और भी सक्रिय होने का आग्रह किया। उन्होंने नाटक प्रस्तुत करने पर सभी विद्यार्थियों और अच्छी तैयारी के लिए अध्यापिका गीता की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।