Faridabad/Alive News : सैक्टर-21बी स्थित जीवा पब्लिक स्कूल में छात्र तीरंदाज़ी के क्षेत्र में अपनी मिसाल राष्ट्रीय स्तर पर भी कायम कर चुके हैं। हाल ही में पुणे (महाराष्ट्र) में आयोजित हुए ‘रूरल गेम्स आर्गनाइज़शन ऑफ इंडिया’ की ओर से आयोजित रूरल नेशनल गेम्स में विद्यालय के 20 छात्रों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए व्यक्तिगत एवं टीम के लिए 13 स्वर्ण, 9 रजत और 2 कांस्य पदक प्राप्त करके हरियाणा की टीम को ओवरऑल प्रतियोगिता में पहला स्थान दिलाया। जहां हरियाणा ने कुल 55 स्वर्ण, 26 रजत और 17 कांस्य पदक जीते। यह हरियाणा प्रदेश के लिए तीरंदाज़ी क्षेत्र में गर्व का विषय है।
इस कडी स्पर्धा में देश के 13 से 14 राज्यों ने भाग लिया। इस स्पर्धा में भी हरियाणा के छात्रों ने अपनी पहचान बनाते हुए राज्य का नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित किया। यह प्रतियोगिता दिनांक 6 और 7 मई को पुणे के छत्रपति शिवाजी स्टेडियम में आयोजित हुई। विद्यालय के लिए यह गर्व का विषय है कि इस कड़ी स्पर्धा में भी छात्रों ने बड़े धैर्य के साथ हरियाणा टीम का नेतृत्व किया एवं आत्मसंयम बनाए रखा तथा बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। कोच दीपक अहलावत के अनुसार सभी छात्र बहुत ही परिश्रमी हैं और विद्यालय में बताए गए सभी नियमों का पालन करते हैं। छात्रों के अनुसार विद्यालय में सिखाए जाने वाले स्वाध्याय और दिनचर्या के नियमों के कारण ही उन्हें जीवन में यह सफलता प्राप्त हुई है।
स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले छात्रों के नाम इस प्रकार हैं पाँचवीं से भावेश, अक्षत और पुश्कर, चौथी से कुशाग्र अंडर-10 में इंडियन रिकर्व राउंड, नौवीं से स्मृति अंडर-17 में रिकर्व राउंड, संचित सीनियर में कम्पाउंड राउंड और अर्जुन अंडर-19 में रिकर्व राउंड, दसवीं से मोनिका, रिशिका अंडर-17 में रिकर्व राउंड, शिवानी अंडर-17 में इंडियन रिकर्व राउंड, बारहवीं से नितिश अंडर-19 में रिकर्व राउंड। रजत पदक प्राप्त करने वाले छात्रों में पाँचवीं से विनीत, सातवीं से बिशनप्रीत, आठवीं से सान्या और ओजस्वी अंडर 14 में इंडियन रिकर्व राउंड, नौवीं से गोविंद और अभित, दसवीं से तरूशी अंडर 17 में इंडियन रिकर्व राउंड, बारहवीं से केशव अंडर 19 में इंडियन रिकर्व राउंड। कक्षा बारहवीं की करिश्मा अंडर 14 में इंडियन रिकर्व राउंड में कांस्य पदक पर कब्ज़ा जमाया।
इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष ऋषिपाल चौहान तथा उपाध्यक्षचंद्रलता चौहान ने सभी छात्रों को उनकी इस उपलब्धी के लिए बधाई दी एवं कहा कि प्रतियोगिताओं से ही छात्र जीवन में आगे बढ़ते हैं एवं अपने लक्ष्य तक पहुंच पाते हैं। इसके लिए केवल आवश्यकता है लगातार कठिन परिश्रम करने की।