Faridabad/Alive News: जागृति रामलीला कमेटी, 2 ई-पार्क द्वारा रंगमंचीय रामलीला के दसवें दिन सोमवार रात को अंगद संवाद प्रसंग का मंचन हुआ। लीला में दर्शकों ने अंगद-रावण के बीच हुए चुटीले संवाद का भरपूर आनंद उठाया। दृश्य की शुरुआत समुद्र किनारे राम की सेना के जमावड़े से हुई। राम सेना समुद्र से आगे जाने का रास्ता तलाश रही होती है। उधर, रावण दरबार में विभीषण राम से युद्ध न करने की सलाह देता है, लेकिन रावण उसे लात मारकर बाहर निकाल देता है।
यहां से विभीषण निकलकर राम की शरण में जा पहुंचता है। विभीषण को श्री राम लंका का राजा घोषित कर देते हैं। इस दौरान उपस्थित श्रद्धालु श्रीराम के जयकारे लगाते हैं। दूसरे दृश्य में रावण के भव्य दरबार में अंगद पहुंचते हैं। अंगद धर्म दृष्टि का हवाला देते हुए रावण को युद्ध न करने की नसीहत देते हैं, लेकिन रावण तर्क-वितर्क शुरू कर देता है। दोनों के बीच चुटीले संवाद आरंभ हो जाते हैं। इस दौरान लंका के सभी योद्धा अंगद का पैर तक नहीं हिला सके। इनका दर्शक भरपूर लुत्फ उठाते हैं।
आखिर में अंगद चेतावनी देकर चले जाते हैं। लक्ष्मण को शक्ति बाण लगने तक की लीला देख दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। भगवान राम के जयकारों के साथ आज की लीला का समापन होता है। कलाकारों के शानदार प्रदर्शन को लोग प्रशंसा कर रहे हैं। इस अवसर पर जिला भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के कोषाध्यक्ष राजन मुथरेजा, केदार अस्पताल के डॉ. भाटी, हरीश खुराना, प्रेम खुराना, पूर्व में दशरथ का किरदार निभाने वाले कलाकार प्रीतमलाल भाटिया, राधेश्याम भाटिया, लोचन भाटिया व सुधीर भाटिया की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिनका जागृति रामलीला कमेटी के प्रधान योगेश भाटिया व मोहन सिंह भाटिया ने बुके देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर राजन मुथरेजा ने कहा कि रामायण का हरेक प्रसंग मानव कल्याण का नया मार्ग खोलता है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का चरित्र हमें उच्च जीवन जीने की प्रेरणा देता है। हम सभी को भगवान राम का अनुसरण कर अपने जीवन को आदर्शमय बनाने के लिए कृतसंकल्पित होना चाहिए। रामलीला के संचालन डायरेक्टर ओमप्रकाश तथा प्रदीप ने बताया कि रामलीला का मंचन 14 अक्टूबर तक किया जाएगा, जिसमें 11 अक्टूबर को अंगद संवाद, 12 को लक्ष्मण मूर्छा, 13 को कुम्भकर्ण-मेघनाथ वध तथा 14 अक्टूबर को रावण वध व भगवान श्री राम के राजतिलक का मंचन किया जाएगा।