November 17, 2024

बीपीटीपी बिल्डर द्वारा बिना परमिशन के बनाई सड़क को सिंचाई विभाग ने तोड़ा

Faridabad/Alive News: ग्रेटर फरीदाबाद के लोगों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को बीपीटीपी पार्क लैंड सोसाइटी के जी-ब्लॉक को नहर से जोड़ने वाली दो मुख्य सड़क को हरियाणा स्टेट माइनर इरीगेशन एंड ट्यूबवेल कॉपर्शन लिमिटेड (एचएसएमआईटीसी) द्वारा खोद दिया गया। सड़क ध्वस्त होने से जी ब्लॉक के लोगों का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है।

दरअसल, पार्क लैंड सोसाइटी जी-ब्लॉक में करीब 300 के आसपास फ्लैट है। फिलहाल, सोसाइटी में 25 से 30 परिवार रह रहे है। सोसाइटी को जोड़ने वाली यह एक मात्र सड़क है। सोसाइटी के लोगों का कहना है कि बीपीटीपी बिल्डर द्वारा सिंचाई विभाग से बिना परमिशन के अवैध रूप से सड़क बनाई गई थी। पार्क लैंड सोसाइटी जी-ब्लॉक के लोगों के अनुसार यह सड़क डिस्टिक टाउन प्लानर (डीटीपी) के नक्शे में है, लेकिन सड़क की यह जमीन सिंचाई विभाग के अधीनस्थ आती है। बिल्डर ने सोसाइटी के लिए यह सड़क बनाने से पहले सिंचाई विभाग से कोई परमिश नही ली थी। जिसके कारण शनिवार को विभाग ने सोसाइटी की इस सड़क को अवैध कब्जा मानते हुए तोड़ दिया है। बिल्डर की लापरवाही और विभाग की इस कार्यवाही से जी ब्लॉक के लोगों का रास्ता बंद हो गया है।

क्या कहना है लोगों का
बीपीटीपी बिल्डर ने मकान और फ्लैट के नाम पर लोगों के साथ केवल गडबड छाला किया है। आज बिल्डर की वजह से ही जी-ब्लॉक को जोड़ने वाली सड़क टूट गई है और अब लोगों को सोसाइटी से बाहर निकलने के लिए सोचना पड़ रहा है। बिल्डर ने यदि सड़क बनाने से पहले सिंचाई विभाग से परमिशन ली होती तो लोगों को आज परेशानी नही उठानी पड़ती।
सुमेर खत्री, स्थानीय निवासी बीपीटीपी।

पहले तो बिल्डर ने सुविधाओं के नाम पर मेंटेनेंस चार्ज बढ़ाकर लोगों को लूटा और अब सोसाइटी की एकमात्र सड़क टूटने से लोगों का आना जाना बंद हो गया है। रविवार की वजह से आज नौकरी पेशा लोग, स्कूली बच्चें भी छुट्टी पर हैं। लेकिन कल से सभी को अपनी ड्यूटी और बच्चों को स्कूल जाना है तो लोग कैसे आवागमन करेंगे। सड़क टूटने से लोगों की चिंता बढ़ गई है।

वीरेंद्र, स्थानीय निवासी बीपीटीपी।

क्या कहना है सिंचाई विभाग अधिकारी का
सिंचाई विभाग ने अगर बीपीटीपी के ओर की कोई सड़क थोड़ी है तो जाहिर सी बात है वह अवैध कब्जा होगा। बिल्डर ने सड़क बनवाने से पहले विभाग से इसकी परमिशन नहीं ली होगी। विभाग को इसकी शिकायत मिलने के बाद ही कोई कार्रवाई की होगी।

  • वी. रावत, एक्सईएन- सिंचाई विभाग फरीदाबाद।