Faridabad/Alive News : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के रसायन विज्ञान विभाग द्वारा ‘रसायन विज्ञान के क्षेत्र में नई प्रगति‘ विषय पर आयोजित तीन दिवसीय आनलाइन अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न हो गया। सम्मेलन में भारत और विदेशों से लगभग 150 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन के समापन सत्र में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के प्रो. ओम प्रकाश अरोड़ा मुख्य अतिथि थे। सत्र की अध्यक्षता कुलपति दिनेश कुमार ने की। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग भी उपस्थित थे। इस अवसर पर बोलते हुए प्रो. ओपी अरोड़ा ने व्यावहारिक रसायन विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला और महामारी के दौरान प्रायोगिक अध्ययन न हो पाने पर चिंता जताई।
इससे पहले विज्ञान संकाय के डीन प्रो आशुतोष दीक्षित ने अतिथियों एवं गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। रसायन विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. रवि कुमार ने सम्मेलन का संक्षिप्त सारांश प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि दुनिया भर के विभिन्न युवा शोधकर्ताओं ने सम्मेलन में भाग लिया और मौखिक एवं ई-पोस्टर के रूप में अपना शोध कार्य प्रस्तुत किया। सम्मेलन के पहले दो दिनों में ई-पोस्टर और मौखिक प्रस्तुतियों के समानांतर सत्र आयोजित किये गये थे। सम्मेलन के दौरान शोधकर्ताओं द्वारा लगभग 16 चयनित मौखिक प्रस्तुतियाँ और 144 ई-पोस्टर प्रस्तुत किए गए। सम्मेलन में इजराइल, यूएसए, यूके और जापान प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
तकनीकी सत्रों में दुनिया भर के वक्ताओं के व्याख्यान आयोजित किये गये, जिसमें कार्डिफ यूनिवर्सिटी, यूके से प्रो. थॉमस विर्थ, यूएसए के डॉ. पवन कुमार, टेक्सास टेक यूनिवर्सिटी, यूएसए से प्रो. एंथनी कोजोलिनो और प्रो. एंथनी कोजोलिनो प्रमुख रहे। पंजाब यूनिवर्सिटी , चंडीगढ़ प्रो. एसके मेहता, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से डॉ मोहम्मद पलाशुद्दीन, बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय से डॉ सलीम जावेद, आईआईटी कानपुर से प्रो. आरएन मुखर्जी, सीएसआईआर-सीएसएमसीआरआई से डॉ अरविंद कुमार, आईआईटी तिरुपति से प्रो सीपी राव और आईआईटी कानपुर से प्रो. प्रतीक सेन और कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग ने भी संबोधित किया। सत्र के अंत में डॉ. अमित राजपूत के धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।