November 24, 2024

छात्र हित और जनहित में सबसे आगे रहेगी इनसो – प्रदीप देशवाल

Chandigarh/Alive News : अब हरियाणा के साथ-साथ अन्य पड़ोसी राज्यों में भी इनसो को मजबूत किया जाएगा। उत्तरी भारत के कॉलेज-विश्वविद्यालयों में इनसो के साथ ज्यादा से ज्यादा नये सदस्यों को जोड़कर इनसो का झंडा बुलंद करेंगे। यह बात छात्र संगठन इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन (इनसो) के नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप देशवाल ने संगठन की तरफ से नई जिम्मेदारी मिलने पर कही। वहीं देशवाल ने कहा कि बतौर इनसो प्रदेशाध्यक्ष उनके लिए छात्र हित सदैव प्राथमिक थे और आगे भी वे निरंतर युवाओं के हित में कार्य करते रहेंगे। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलने पर जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं इनसो संस्थापक डॉ. अजय सिंह चौटाला, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह, जेजेपी प्रदेश प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला सहित पूरी इनसो का आभार व्यक्त किया और उन्हें पूरा विश्वास दिलाया कि वे इनसो राष्ट्रीय अध्यक्ष की अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाएंगे।

देशवाल ने कहा कि डॉ. अजय सिंह चौटाला के मार्गदर्शन व दिग्विजय सिंह चौटाला के नेतृत्व में इनसो ने प्रदेश के छात्रों में एक नई पहचान बनाई है और युवाओं, छात्रों के अधिकारों के लिए हर मंच पर लगातार संघर्ष किया हैं। उन्होंने कहा कि अब वे भी बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष इनसो की पूरी टीम को साथ लेकर छात्र संगठन इनसो को नये मुकाम की ओर लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि इनसो को हरियाणा के साथ-साथ दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब, राजस्थान, यूपी समेत अन्य उत्तरी राज्यों में मजबूत करने कार्य किया जाएगा। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा नये साथियों को जोड़कर कॉलेज-विश्वविद्यालयों में इनसो की मजबूत टीमें खड़ी की जाएगी।

किसान पुत्र से लेकर इनसो राष्ट्रीय अध्यक्ष तक प्रदीप देशवाल का सफर

सक्रिय छात्र नेता एवं इनसो के नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप देशवाल इससे पूर्व छात्र संगठन इनसो के प्रदेश अध्यक्ष थे। उन्होंने वर्ष 2014 से करीब सात साल बतौर इनसो प्रदेशाध्यक्ष निरंतर युवाओं की आवज बुलंद की। इनसो में पदाधिकारी के तौर पर लंबा अनुभव रखने वाले देशवाल वर्ष 2008 में झज्जर जिले से इनसो के प्रभारी रहे और इसके बाद रोहतक के इनसो जिलाध्यक्ष। एमडीयू, रोहतक में शिक्षा के साथ-साथ छात्र राजनीति में सक्रिय हो रहे प्रदीप देशवाल वर्ष 2009 से लेकर 2011 तक लगातार दो बार एमडीयू में प्रेसिडेंट बने। छात्र हित के मुद्दों व उनकी समस्याओं को लेकर वे कई बड़े आंदोलनों का नेतृत्व कर चुके हैं। इसके अलावा रक्तदान-अंगदान शिविर के आयोजन, पौधारोपण सहित सामाजिक सरोकार से जुड़े नियमित कार्यक्रम चलाते हैं।

एक साधारण किसान परिवार में जन्मे देशवाल झज्जर जिले के जसौर खेड़ी गांव के रहने वाले हैं और उनका आय स्त्रोत कृषि है। देशवाल के छोटे भाई खेती का काम करते हैं और बड़े भाई परिवहन विभाग में ड्राइवर हैं। सुशिक्षित युवा देशवाल एमडीयू रोहतक से एलएलबी व एलएलएम की शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। यूजीसी नेट परीक्षा क्वालीफाई कर चुके प्रदीप ने हाल ही में ‘सुप्रीम कोर्ट और हाइकोर्ट में जजों की नियुक्ति प्रक्रिया’ के विषय पर पीएचडी का शोध कार्य पूरा किया है। वे सेमिनार, कॉन्फ्रेंस आदि में कई शोधपत्र प्रस्तुत कर चुके हैं। फिलहाल वे फॉरेंसिक लॉ के स्टूडेंट हैं।