Faridabad/Alive News: इंडो कोरियन बिजनेस एंड कल्चरल सेंटर (आईकेबीसीसी) श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में इंडो कोरिया टेक्नोलॉजी सेंटर स्थापित करेगा। इस संबंध में सोमवार को दोनों संस्थानों के बीच एमओयू हुआ। कुलपति प्रोफ़ेसर सुशील कुमार तोमर की उपस्थिति में कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने आईकेबीसीसी की संस्थापक अध्यक्ष डॉ. जेना चुंग के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान आईकेबीसीसी के प्रबंध निदेशक आई के सिन्हा और फ़िनलैंड चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, कोरिया के चेयरमैन हिक्की रांटा भी मौजूद रहे।
इस अवसर पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर सुशील कुमार तोमर ने कहा कि हमारा लक्ष्य वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को आत्मसात करना है। इससे हमारी चुनौतियां और उपलब्धियां, सभी साझा होंगे। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व एक कुटुम्ब है और हमें उत्थान के विषयों पर एक साथ आगे बढ़ना चाहिए। साथ ही कुलपति प्रोफ़ेसर सुशील कुमार तोमर ने कहा कि कोरियाई और भारतीय लोगों में परिश्रम की समानता है। दोनों ही देशों के लोग बहुत मेहनती हैं। उन्होंने इस एमओयू के लिए इंडो कोरिया बिज़नेस एंड कल्चरल सेंटर के पदाधिकारियों को बधाई दी।
कुलसचिव प्रोफ़ेसर ज्योति राणा ने कहा कि कोरियाई भाषा के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे। इंडो कोरिया टेक्नोलॉजी सेंटर स्थापित होने से विद्यार्थियों को काफ़ी कुछ सीखने को मिलेगा। स्किल डिपार्टमेंट ऑफ़ बैंकिंग एंड फाइनेंस के अध्यक्ष डॉ. समर्थ सिंह ने बताया कि आईकेबीसीसी के सहयोग से विद्यार्थी कोरियाई भाषा, खाद्य पदार्थ और सौन्दर्य प्रसाधन के क्षेत्र में प्रशिक्षण लेंगे। साझा प्रमाणपत्र भी विद्यार्थियों को प्रदान किए जाएँगे। साथ ही इस दौरान एचडीएफसी बैंक के साथ भी एमओयू का नवीनीकरण किया गया। बैंक के क्लस्टर हेड शरद, रज़ा अली ख़ान और शाखा प्रमुख गोपाल भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़, प्रोफेसर ऋषिपाल, प्रोफेसर ऊषा बत्रा, उप निदेशक अमीष अमेय, डॉ. योगेश और डॉ. प्रियंका गर्ग भी उपस्थित थे।