January 25, 2025

भारतीय महिला पहलवानों को न्याय न मिलने पर फिर धरने पर बैठना पड़ा : हनुमान बेनीवाल

New Delhi/Alive News: नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक ट्वीट कर पहलवानों का समर्थन किया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा था, ‘रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया से जुड़े एक बीजेपी नेता के खिलाफ यौन शोषऩ के आरोप लगाकर जनवरी में जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन करने वाले भारतीय महिला पहलवानों को न्याय न मिलने पर फिर धरने पर बैठना पड़ रहा है। उन्होंने आगे लिखा, ‘चुंकि जनवरी में जब पहलवानों ने धरना दिया था तब केंद्र सरकार ने सभी मांगें मानने और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिलाया था और आरोपों की जांच के लिए समिति का भी गठित की गई थी लेकिन समिति अभी तक कोई ठोस निर्णय नही लिया है। और मजबूरन उन्हें फिर से धरने पर बैठना पड़ा ।

जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे पहलवानों का धरना 25 अप्रैल को भी जारी रहा है। इस मामले में पहलवान सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। आंदोलनकारी पहलवानों को कई राजनीतिक दलों समेत खापों समर्थन भी मिलने लगा है इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा कि नोटिस जारी किया गया है और शुक्रवार को सुनवाई के लिए मामले को सूचीबद्ध किया।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 7 महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। हालांकि, इसमें रिपोर्ट दर्ज करने से पहले प्रारंभिक जांच की जरूरत है।

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की बेंच को दिल्ली पुलिस की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि अगर शीर्ष अदालत को लगता है कि सीधे रिपोर्ट दर्ज की जानी है तो ऐसा किया जा सकता है।