Palwal/Alive News : बचाओ एकता मंच के प्रधान अनूप पाराशर ने कहा कि शहर में सफाई व्यवस्था के नाम पर नगर परिषद अधिकारी व भाजपा नेता ठेकेदार से मिलकर हर महीने 70 लाख रुपये का चुना लगा रहे हैं। सफाई के नाम पर इतनी मोटी रकम ठेकेदार को देने के बावजूद न तो शहर में सफाई हो रही है और न ही कूड़ा डालने का कोई स्थान नगर परिषद द्वारा बनाया गया है। हालात ये हैं कि शहर पूरी तरह से सड़ रहा है। पूरा शहर आज गंदगी के ढेर पर है। अनूप पाराशर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यदि शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया गया तो विधायक दीपक मंगला के निवास पर धरना दिया जाएगा। उनके साथ वैश्य अग्रवाल सभा के प्रधान तथा वरिष्ठ समाजसेवी ओम प्रकाश गुप्ता भी थे।
अनूप पाराशर ने कहा कि आज शहर के हालात बद से बदतर हैं। नालियां व नाले पूरी तरह से जाम हैं। सीवरेज व्यवस्था पूरी तरह से ठप है। जिस ठेकेदार को शहर की सफाई का ठेका दिया गया है, उसे ठेके की शर्तों के मुताबिक 140 सफाई कर्मचारी लगाने हैं, लेकिन शहर में ठेकेदार द्वारा मात्र 70 सफाई कर्मचारी लगाए हुए हैं। राजमार्ग प्राधिकरण को 70 ठन प्रतिदिन कूड़ा निकासी का शपथ पत्र देने वाली नगर परिषद प्रतिदिन 140 टन कूड़ा निकला दिखा फर्जी बिल बना रही है। इतना ही नहीं कूड़ा उठाने वाली गाड़ी को कूड़े से भरे होने पर एक बार की बजाय छह-छह बार वेट करा उसमें भी घपला किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार कंपनी पर उपायुक्त द्वारा 10 लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया तथा कार्रवाई के आदेश देने के बावजूद भी ठेकेदार आज भी शहर में सफाई व्यवस्था पर ध्यान नहीं दे रहे है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विधायक व नेता अधिकारी केवल दो अक्तूबर को सफाई अभियान चलाकर केवल फोटो खिंचवाने तक सीमित रहते हैं। सफाई व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं है। विधायक निवास के आसपास ही जलभराव है। उसके बावजूद आज तक विधायक शहर में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त नहीं करा पाए। विधायक ने यदि शहर की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया तो उनके खिलाफ शहर में आंदोलन किया जाएगा तथा धरना दिया जाएगा। उसके अलावा जल्द ही नगर परिषद के खिलाफ अदालत में जनहित याचिका दायर की जाएगी। उन्होंने मांग की कि गांव यदूपुर, अल्लीका, बामनीका में खेतों में हुए जलभराव की समस्या दूर नहीं हुई तो केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर को ज्ञापन दिया जाएगा। उसके बाद भी समस्या दूर न होने पर धरना दिया जाएगा।