December 24, 2024

अमीर कर्जदार हो तो फरार, और गरीब कर्जदार हो तो मौत

Kurukshetra/Rakesh Sharma : भारत में एक खाई है जो दिन रात बढती जा रही है ओर वह है अमीर ओर गरीब की लेकिन अमीरों के लिए कही ना कही जहां सरकारें और प्रशासन ढिलाई बरतती नजर आती है वही गरीब जनता के लिए जीवन में अनेक कठिनाईयों भरा जीवन यापन करना पड रहा है। पिछले कुछ दशकों से अमीर लोग बैंक से कर्ज लेकर फरार हो रहे है ओर कोई कुछ नही कर पा रहा है सिर्फ अलग अलग दलीलें दी रहा है ओर देश को छोडने में कामयाब हो रहे है ओर इनकी पेहचान उपर तक होने के कारण कोई कुछ नही कर सकता ये कैसा दोगला सिस्टम है देश का।

एक ओर जब कोई किसान बैंक से कर्ज लेता है तो कई बार उसको मौत को गले लगाकर उस कर्ज से मुक्ति पानी पडती है जैसे की हम सब अपने आस पास देखते रहे ओर देखते भी रहेगे एक सत्य ये भी जहां अमीर लोगों को कर्ज अरबों करोडों मे होता है वही किसानोे या गरीब वर्ग के लोगों का कर्ज मामूली सा होता है। जनता की गाडी कमाई करने वाले ये लोग कौन है ओर इनकी पहचान कैसी की जाती है ।

एक सच्ची घटना 22 जनवरी 2018 की है जब उतर प्रदेश के ज्ञान चंद ने फाईनैंस से खेत में काम करने के लिए टैक्टर का लोन लिया ताकि वह अपनी कमाई को ओर बढा सके ओर उसने सारी किस्ते उतार दी लेकिन 90 हजार का लोन बाकी होने के कारण फाईनैंस के कर्मचारी उसे तंग करने लगे ओर टैक्टर को लेकर जाने लगे ज्ञानचंद टैक्टर को ना ले जाने के लिए गिडगिडता रहा लेकिन फाईनैस के कर्मचारीयों ने उसको उसी टैक्टर से कुचल दिया ये हालत है देश के ज्ञानचंद का कसुस इतना है है वह गरीब है ओर वह देश को छोड कर नही जा सकता।

एक घटना 5 अक्तुबर 2016 की जब पंजाब के साहीबान रहने वाले जसवंत सिंह उम्र 36 साल जो अपने पांच साल के बेटे को लेकर घर से निकला ओर अगले दिन उसकी ओर उसके बेटे की लाश एक नदी में मिली क्योकि जसवंत सिंह पर 10 लाख का कर्ज था। ऐसी अनेक घटनाऐं जो हर रोज देश के अलग अलग राज्य में होती रहती है।

देश एक है चाहे अमीर हो या फिर गरीब तो लेकिन कही ना कही कानून सरकार प्रशासन अलग अलग है रोजमर्रा की जिन्दगी में गरीब मर रहा है लेकिन सरकार को कोई भी चिंता नही है चिंता है तो अमीर लोगों की आवाभगत की । क्या देश के करोडो लोगो की खुन पसीने की कमार्ह लेकर यूही फरार होते रहेगे अमीर लोग या फिर इन पर कसा जाएगा।