Faridabad/Alive News : यह हमारा मानव जीवन भगवान की कृपा से प्राप्त हुआ है, जिसमें सफलता गुरु कृपा से ही प्राप्त होती है। मानव जीवन का अर्थ यदि सफल करना है तो गुरु की बात मान लो। यह बात सिद्धदाता आश्रम के अधिपति अनंतश्री विभूषित इंद्रप्रस्थ एवं हरियाणा पीठाधीश्वर श्रीमद जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने भक्तों के बीच कहे। वह गुरु पूर्णिमा महोत्सव के दूसरे दिन भक्तों को प्रवचन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भगवान ने हमें मानव शरीर किसी यज्ञ, जप, तप, दान आदि के कारण नहीं बल्कि दया कर दिया है। लेकिन इसमें भगवान का तनिक भी स्वार्थ नहीं है। वह सिर्फ एक ही चिंतन करते हैं कि जीवात्मा भूमंडल में जाकर अच्छे कार्य करे कि उसकी जोत से जोत परवान हो जाए अर्थात मोक्ष हो जाए।
लेकिन शरीर में आने के बाद जीवात्मा अपना लक्ष्य भूल जाती है। उसे पता नहीं रहता है कि वह किस दिशा में जा रहे हैं। यहीं आकर सदगुरु की आवश्यकता पड़ती है। सदगुरु ही हमें ज्ञान देकर परमात्मा के निज धाम पहुंचाने का कार्य करता है। उन्होंने अनेक उदाहरणों के माध्यम से बताया कि किस प्रकार जीव माया के जाल में फंसता है और उससे गुरु कैसे बचाते हैं। उन्होंने गुरु को परमात्मा की अदालत में मानव का वकील बताया। उन्होंने कहा कि गुरु ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों के जैसे हम पर कृपा करते हैं। वह हमारा नामदान कर नया जन्म देते हैं, हमारे कष्टों को हरकर हमारी रक्षा करते हैं और इस आवागमन से मुक्त कर हमें मुक्ति दिलाते हैं। उन्होंने कहा कि जीव को भगवान में रति रखनी चाहिए, बाकी सब उसकी कृपा से मिल ही जाएगा। उन्होंने गुरु पूर्णिमा पर आए भक्तों को मंगलाशासन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत संस्थापक स्वामी सुदर्शनाचार्य जी महाराज की समाधि एवं मंदिर में स्थित उनके विग्रह पर पूजन एवं प्रार्थना के साथ हुआ। कार्यक्रम का आश्रम पेज के माध्यम से दुनिया भर में फैले भक्तों के लिए लाइव प्रसारण भी हुआ। जयपुर से आए मशहूर भजन गायक संजय पारिख ने लोगों को खूब झुमाया। कई भजन मंडलियों ने यहां सुमधुर भजनों से समा बांधे रखा। यहां दर्जन भर स्टॉल पर लोगों को विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट पदार्थ प्राप्त हुए और उन्हें गुरु महाराज से प्रसाद भी प्राप्त हुआ।