November 16, 2024

तंवर की ‘रोजी रोटी रैली’ के जवाब में हुड्डा की ‘किसान मजदूर रैली’

हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी फिर से आ सकती है सडक़ पर

Faridabad/Alive News : हरियाणा कांग्रेस में आपसी गुटबाजी की लड़ाई एक बार फिर से सडक़ों पर देखने को मिल सकती है। क्योंकि फरीदाबाद में कांग्रेस पार्टी पिछले हफ्ते बल्लभगढ़ में प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर की ‘रोजी रोटी रैली’ कर अपनी ताकत दिखा चुकी है। जबकि फिर से कांग्रेस पार्टी को फरीदाबाद में एक अक्टूबर को पूर्व मुख्यमंत्री चौ.भूपेन्दर सिंह हुड्डा की ‘किसान मजदूर रैली’ करने की आवश्यकता क्यों पड़ रही है? एक सप्ताह के अन्तराल में कांग्रेस की दूसरी रैली का फरीदाबाद में होना गुटबाजी के संकेत दे रहा है। क्योंकि पहली रैली के संयोजक और आयोजक प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर गुट के लोग थे और दूसरी एक अक्टूबर को होने वाली पूर्व मुख्यमंत्री चौ.भूपेन्दर सिंह हुड्डा की ‘किसान मजदूर रैली’ के आयोजक व संयोजक विधानसभा चुनाव हारे हुए कांग्रेसी नेता लखन सिंगला हैं।

हरियाणा कांग्रेस पार्टी में चल रही रैलियों के माध्यम से ताकत दिखाने की होड पार्टी संगठन ही नही बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए मुसीबत बनी हुई है। वहीं पार्टी कार्यकर्ता अपने आपको पार्टी संगठन की मजबूती को लेकर पार्टी के नाम पर होने वाली रैली से दूरी नही बना सकते और न ही किसी पार्टी नेता से अपनी दूरी बना पा रहे। हरियाणा कांग्रेस में मूछों की लड़ाई को लेकर चल रहे पूर्व मुख्यमंत्री चौ.भूपेन्दर सिंह हुड्डा गुट और प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर गुट अब फरीदाबाद में खुलकर फिर से मैदान में आ चुके हैं। ज्ञात रहे कि ‘रोजी रोटी रैली’ के मुख्य वक्ता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर थे तथा आगामी ‘किसान मजदूर रैली’ के मुख्य वक्ता कांग्रेस पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर के धु्र विरोधी माने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री चौ.भूपेन्दर सिंह हुड्डा हैं।

‘किसान मजदूर रैली’ को लेकर हुड्डा गुट के कांग्रेसी नेता लखन सिंगला ने आज फरीदाबाद में एक कार्यकर्त्ता सम्मेलन कर भारी संख्या में इस रैली में कार्यकर्ताओं को शिरकत करने का न्यौता दिया है। हुड्डा गुट इस रैली में भारी भीड़ जुटा कर ‘रोजी-रोटी रैली’ को फेल साबित करना चाहता है। इसको लेकर हुड्डा गुट द्वारा हजारों की संख्या में भीड़ जुटाने का दावा किया जा रहा है। आज के कार्यकर्ता सम्मेलन में समालखा के पूर्व कांग्रेसी विधायक धर्म सिंह छोकर ने भी लोगों को संबोधित किया और रैली में रिकॉर्ड तोड़ भीड़ जमा होने का दावा किया। वहीं स्थानीय कांग्रेसी नेता लखन सिंगला ने बल्लभगढ़ में होने वाली ‘किसान मजदूर रैली’ की पूरी कमान अपने हाथ में ले ली है।

दूसरी ओर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्थानीय कांग्रेसी नेता लखन सिंगला ने कहा कि बीजेपी बार-बार यही कहती आ रही है कि उनके राज में कोई घोटाला सामने नहीं आया, लेकिन बीजेपी ने अभी तक कोई विकास कार्य ही नहीं कराया तो घोटाला कहां से सामने आएगा। सम्मेलन के बाद पत्रकारों ने सिंघला से सवाल किया ‘कांग्रेस के राज में विकास भी हुए और घोटाले भी हुए’ तो वह जबाब नही दे पाए और कांग्रेस के विकास कार्य को गिनवाने लगे। लेकिन आज सम्मेलन में ‘किसान मजदूर रैली’ की घोषणा ने कांग्रेस नेताओं की गुटबाजी के संकेत दे दिए। अब इंतजार है तो बस कांग्रेस के दो बड़े नेताओं की गुटबाजी की लड़ाई का सडक़ पर आने का। देखना यह भी होगा कि आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी हाईकमान क्या इन दो गुटों को एक करने में कामयाब हो पाएगी।