November 16, 2024

घर का बिगड़ा बजट, प्याज टमाटर के साथ बढ़े गाजर-मटर के भी दाम

Faridabad/Alive News : सर्दी में सस्ती सब्जी की उम्मीदें संजोए रखने वालों को मायूस हाथ लग रही है। ठंडक बढऩे के बावजूद सब्जियों की गरमाहट ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। टमाटर की लाली कम नहीं हुई और प्याज के आंसू निकालने का सिलसिला जारी है। मटर और गाजर जैसी सब्जियां भी आम आदमी की पहुंच से दूर होती जा रही है।

सब्जी के सप्लायर महंगी सब्जियों की वजह जहां मंडियों में इनकी कम आवक को मानते हैं, वहीं कृषि अर्थशास्त्री कहते हैं कि खेती के उत्पादों का कुप्रबधन इसके लिए जिम्मेदार हैं। मंडी कारोबारियों का मानना है कि निर्यात पर पाबंदी के बिना प्याज के दाम नीचे नहीं आएंगे।

इस बार देश में प्याज का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है फिर भी पिछले चार माह से प्याज के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। मई-जून में सड़कों पर प्याज फेंकने और किसानों के आंदोलन के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने 8 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज खरीदी थी। वहीं प्याज अब खुले बाजार में 50 से 80 रुपये किलो बिक रही है। मंडियों में इन दिनों नासिक का प्याज आ रहा है।

राजधानी लखनऊ को ही लें, तो आमतौर पर 8-10 ट्रक प्याज प्रतिदिन आती हैं लेकिन पिछले कुछ दिनोंं से दो से चार ट्रक प्याज ही आ रही है। सीतापुर रोड स्थित नवीन मंडी में प्याज के थोक व्यापारी रिंकू सोनकर कम आवक को प्याज की कीमत बढऩे की वजह बताते हैं। प्याज में तेजी का यह आलम लखनऊ और दिल्ली ही नहीं पूरे उत्तर भारत में हैं।