New Delhi/Alive News: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को एक फिल्मी ग़ज़ल के शब्दों की मदद से राजधानी एवं आसपास के क्षेत्रों में फैले वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर के कारण आम आदमी को हो रही परेशानियों को बयां करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से निशाना साधा. दरअसल, दिल्ली एवं आसपास के क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों वायु प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि वह सभी वर्गों के लिए एक भारी परेशानी का कारण बना हुआ है.
उन्होंने कहा, ‘क्या बताएंगे साहेब, सब जानकर अंजान क्यों हैं?’ उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘सीने में जलन, आंखों में तूफ़ान सा क्यों है/ इस शहर में हर शख़्स परेशान सा क्यों है/क्या बताएंगे साहेब, सब जानकार अंजान क्यों है??’ राहुल गांधी ने ये शब्द दरअसल ‘गमन’ फिल्म के लिए लिखी गई शहरयार की ग़ज़ल से लिए हैं.
राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर है और बड़े पैमाने पर लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो रही हैं. दिल्ली सरकार ने इसके मद्देनजर ऑड-ईवन फॉर्मूला भी लागू करने का फैसला भी लिया, लेकिन नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा लगाई कुछ ‘शर्तों’ के चलते इसे फिलहाल टाल दिया गया. कांग्रेस उपाध्यक्ष पिछले कुछ समय से प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साधने के लिए शेरो-शायरी का सहारा ले रहे हैं.
इससे पहले राहुल ने बुधवार 8 नवंबर की सुबह नोटबंदी के दौरान वायरल हुई एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था, ‘एक आंसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है, तुमने देखा नहीं आंखों का समुंदर होना’.पांच नवंबर को भी राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में एक ट्वीट किया था. इसमें उन्होंने कहा था- ‘महंगी गैस, महंगा राशन बंद करो खोखला भाषण दाम बांधो, काम दो वर्ना खाली करो सिंहासन.’