Kurukshetra/Alive News : प्रसिद्ध अभिनेत्री हेमा मालिनी ने राधा रास बिहारी में भगवान श्रीकृष्ण और राधा के बीच प्रेमभाव को दिखाकर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या को राधा-कृष्ण के प्रेम रस से भर दिया। इस सांस्कृतिक संध्या में अभिनेत्री हेमा मालिनी की झलक पाने के लिए हजारों लोग आतुर थे और जैसे ही हेमा मालिनी राधा रास बिहारी नाटक को लेकर मंच पर पहुंची तो पूरा पंडाल दर्शकों की तालियों से गुंज उठा।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के समापन समारोह पर नंदा सदाचार स्थल के पास मेला क्षेत्र के मुख्य मंच पर सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी, केन्द्रीय मंत्री उमा भारती, हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, सांसद राजकुमार सैनी, भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, बाबा भूपेन्द्र सिंह, विधायक सुभाष सुधा, लाडवा विधायक डा. पवन सैनी, एसीएस डा. केके खंडेलवाल, केडीबी सदस्य सचिव एवं राज्यपाल के सचिव डा. अमित अग्रवाल, सीएम के ओएसडी नीरज व अमरेन्द्र सिंह, नप अध्यक्षा उमा सुधा, उपायुक्त सुमेधा कटारिया, कुलपति डा. कैलाश चंद्र शर्मा, केडीबी के मानद सचिव अशोक सुखीजा ने दीपशिखा प्रज्जवलित कर विधिवत रुप से सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इस दौरान राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी, केन्द्रीय मंत्री उमा भाारती, विधायक सुभाष सुधा ने अभिनेत्री हेमा मालिनी और प्रसिद्ध गायक डा. ममता जोशी को शाल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या को यादगार और चार चांद लगाने के लिए अभिनेत्री हेमा मालिनी राधा रास बिहारी नृत्य संगीत नाटिका को लेकर मुख्य मंच पर पहुंची। इस मंच पर अभिनेत्री हेमा मालिनी ने भगवान श्रीकृष्ण, राधा और गोपियों के बीच बाल्यकाल से लेकर राक्षसों का वध करने के तमाम दृश्यों को दिखाने का अदभुत प्रयास किया। इस नाटक में अभिनेत्री हेमा मालिनी ने छलिया कृष्ण और गोपियों के बीच पनघट पर हठखेलियां करते हुए, श्रीकृष्ण के वियोग में राधा का इंतजार, बांसुरी बजाते कृष्ण और राधा कृष्ण को एक-दूसरे के वियोग में जीने के प्रसंगों को दिखाकर सबको भाव विभोर कर दिया। प्रसित्र अभिनेत्री हेमा मालिनी ने अपने कार्यक्रम का आगाज गणेश वंदना से किया।
इस सांस्कृतिक संध्या में हजारों की संख्या में लोग बेसब्री से हेमा मालिनी का मंच पर आने का इंतजार करते रहे और जैसे ही हेमा मालिनी मंच पर पहुंची। उसी समय हजारों लोगों ने उनका अभिवादन किया। अभिनेत्री हेमा मालिनी की प्रस्तुती से पहले प्रसिद्ध गायक ममता जोशी ने श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित भजनों को प्रस्तुत कर सभागार को कृष्ण भक्ति के रस से भर दिया। इन दोनों प्रस्तुतियों को प्रदेश के कोने-कोने से आए लोगों ने खुब सराहा। इस सांस्कृतिक संध्या में बोलते हुए राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि कुरुक्षेत्र को महाभारत युद्धभूमि के रुप में जाना जाता हैं। लेकिन इस धरती का महत्व भगवान श्रीकृष्ण द्वारा दिए गए उपदेशों से हैं। इन उपदेशों से ही विश्व में शांति स्थापित की जा सकती हैं।
उन्होंने कहा कि 1968 में 48 कोस के तीर्थो का विकास करने के लिए केडीबी की स्थापना की गई और अब गीता के उपदेशोंं को जन जन तक पहुंचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा हैं। इन उपदेशों की 21वीं सदी में ज्यादा आवश्यकता हैं। केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने इसी पावन धरा पर महाभारत युद्ध में अपने सुदर्शन चक्र से अधर्मियों का नाश किया था आज भी जो देश इस धरती की तरफ देखेंगा उसको फिर से भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र से नष्ट्र कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज गीता नई पीढ़ी के लिए बहुत जरुरी हैं सभी को गीता का मनन करना चाहिए। इस अवसर पर हरियाणा सरस्वती धरोहर बोर्ड के वाईस चेयरमैन प्रशांत भारद्वाज, एसपी अभिषेक गर्ग, एडीसी धर्मवीर सिंह, एसडीएम वत्सल वशिष्ठ, रजिस्ट्रार डा. प्रवीण सैनी, भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, डा. प्रीतम सिंह, डा. रामेन्द्र सिंह, एमएम छाबड़ा, उपेन्द्र सिंघल, सौरव चौधरी, साहिल सुधा, डा. योगेन्द्र मलिक सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।