Faridabad/Alive News : फरीदाबाद स्थित, सतयुग दर्शन ट्रस्ट (रजि0) द्वारा सात्विक व संतुलित पौष्टिक आहार के सेवन के प्रति आज के युवा दम्पतियो को जागरूक करने के लिए 3 दिसंबर को एक विशेष आयोजन किया गया जिसमें विवाहित दम्पतियो ने बड़े ही उत्साह से भाग लिया।
इस आयोजन के दौरान उन्हें सात्विक आहार के सेवन की महत्ता, उसे पकाने व परोसने की कला के साथ- साथ व्यावहारिक तौर पर पारिवारिक एकता में बने रहने के आवश्यक सूत्र भी बताए गए। इस अवसर पर उपस्थित समस्त दम्पतियो ने मिलजुल कर बताई युक्ति अनुसार विभिन्न सब्जिया, सूप, पुलाव, मिष्ठान इत्यादि स्वादिष्ट व्यंजन बनाए और घर सतयुग बनाने का दृढ़ निश्चय लिया।
सतयुग दर्शन ट्रस्ट के मार्गदर्शक सजन जी ने अपने सम्बोधन के दौरान उपस्थित लोगो को बताया कि जीवन भगवान की सर्वोत्तम भेंट है और निरोग रहना सबसे बड़ा वरदान है। निरोगी रहने के लिए आवश्यक है कि सब सात्विक एवं पौष्टिक भोजन का सेवन करें और प्राकृतिक नियमों के अनुकूल अपना खान-पान व रहन-सहन का ढंग अपनाएं। इस तरह सब अपने शरीर को स्वस्थ, दृढ़ और बलशाली बनाए रखें।
उन्होंने आहार का दूसरा अर्थ स्पष्ट करते हुए कहा कि “इन्द्रियों द्वारा विषयों का भोगना” भी आहार कहलाता है। इस तरह सद् आहार का अर्थ होता है “इन्द्रियों को ज्ञान द्वारा स्वार्थ से हटा कर आत्मा के अधीन करना”।