November 17, 2024

स्वास्थ्य टीम ने ‘गीले और सूखे कूडे’ को लेकर छात्रों को किया जागरूक

Faridabad/Alive News : शहर में सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए निगम ने इको ग्रीन कंपनी को ठेका दिया है, जो शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के साथ-साथ निगम क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड के घर-घर से कूड़ा उठाने का कार्य करेंगी। उक्त जानकारी नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त पार्थ गुप्ता ने दी। उन्होंने बताया कि इको ग्रीन कंपनी दिसम्बर के पहले सप्ताह से निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले वार्डों में घर-घर से कूड़ा उठाने की शुरूआत करेंगी। उक्त कार्य के लिए कंपनी प्रारंभ में 5 वार्डों में इसकी शुरूआत करेंगी।

इस संबंध में अतिरिक्त आयुक्त पार्थ गुप्ता ने निगम के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह प्रतिदिन सरकारी स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राओं और स्कूली स्टाफ को गीले और सूखे कूड़े के बारे में जागरूक करें और उन्हें गीले तथा सूखे कचरे के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दें। निगम के अतिरिक्त आयुक्त के आदेशानुसार आज वार्ड वाईस सहायक सफाई निरीक्षक और सफाई दरोगा ने अपनी-अपनी टीम के साथ वार्ड-2 के गर्वमेंट प्रैस कालोनी सी.सै. स्कूल वार्ड-4 के सेक्टर-22-23 गर्वमेंट सी.सै. स्कूल, वार्ड-9 के राजकीय उच्च माध्यमित विद्यालय, वार्ड-10 स्थित नवादा गर्वमेंट सी.सै. स्कूल, भाखरी गर्वमेंट सी.सै. स्कूल, वार्ड-14 स्थित केन्द्रीय विद्यालय नंबर-1, वार्ड-15 स्थित गर्वमेंट सी.सै. स्कूल, वार्ड-17 गर्वमेंट सी.सै. स्कूल, और 23 गर्वमेंट हाई स्कूल गांव सेहतपुर में जाकर छात्र-छात्राओं और स्कूली स्टाफ को गीले और सूखे कूड़े के बारे में जागरूक किया।

सहायक सफाई निरीक्षकों ने अपनी टीम के साथ प्रत्येक स्कूल के छात्र-छात्राओं और स्टाफ को बताया कि गीले कूड़े में फलो और सब्जियों व अंडे के छिलके, चायपत्ती, बचा हुआ खाना, चिकन, मछली की हडिडयां आदि गीले कचरे की श्रेणी में आते है और उक्त कचरे के लिए हरे डस्टबिनों का प्रयोग करें। इसी के साथ सूखे कचरे की श्रेणी प्लास्टिक, लकडिय़ां, कांच, रबड़़, तारमाकोल, गत्ता, पेपर, लोहा, धातु आदि आते है और इनके लिए नीले डस्टबिन का प्रयोग करने को कहा।

उन्होंने स्कूली बच्चों को बताया कि नगर निगम की तरफ प्रत्येक घर से कूड़ा उठाने वाली इको ग्रीन कंपनी के कर्मचारी प्रत्येक घर से गीले कचरे और सूखे कचरे अलग-अलग वाहनों द्वारा एकत्रित करेगी। उन्होंने बताया कि गीले कूड़े का प्रयोग जैविक खाद बनाने के लिए किया जाएगा। इस जागरूक अभियान में जिला षिक्षा अधिकारी का भी विषेष योगदान रहा।