Faridabad/Alive News: एडीसी आनन्द शर्मा ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि एनीमिया उन्मूलन के दौरान एचबी टेस्ट सहित अन्य टैस्ट जरूर करे। स्वास्थ्य, शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग आपसी तालमेल करके इसका जिला फरीदाबाद में आन लाइन प्लेट फार्म प्रणाली पर अपलोड का काम बेहतर क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें।
एनीमिया, सीएचडी, डिफिक्ट जैसी बीमारियों के बच्चों को चिन्हित करके उनका बेहतर उपचार करना सुनिश्चित करें। इसके लिए बच्चों के माता-पिता से काउंसलिंग करके उन्हें उपचार के लिए प्रेरित करें। एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा कि जिला में एनीमिया उन्मूलन सप्ताह आगामी दिसम्बर माह तक चलेगा।
जिसके दौरान जिला के सभी स्कूलों, सब सेन्टरों, प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर नागरिकों के एच.बी.टेस्ट किए जाएंगे। बता दें कि जिला फरीदाबाद में सभी 379 स्कूलों के लगभग 130000 विद्यार्थियों का एनीमिया चैक किया जा रहा है । वहीं हैल्थ चैकअप कैम्पों के बाद जरूरत मंद विद्यार्थियों को ईलाज भी दिया जाएगा।
क्या है एनीमिया
एडीसी ने बताया कि एनीमिया एक रक्त विकार है, जिसमें लाल रक्त कोशिकाएं सामान्य स्तर से कम हो जाती हैं या प्रत्येक लाल रक्त कोशिका में हीमोग्लोबिन की मात्रा सामान्य से कम होती है। किसी भी मामले में, शरीर के चारों ओर रक्त प्रवाह में कम मात्रा में ऑक्सीजन ले जाया जाता है।
लाल रक्त कोशिकाएं (आरबीसी), हीमोग्लोबिन नामक एक विशेष प्रोटीन का उपयोग करके शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाती हैं। एनीमिया कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह शरीर की खराबी है। एनीमिया एक आम रक्त स्थिति है। जिला सिविल सर्जन डाक्टर विनय गुप्ता ने बताया कि जांच के दौरान जिस व्यक्ति का एच.बी. 7 ग्राम से कम मिलता है, तो उसको जिला के नागरिक अस्पताल में रेफर किया जाता है और जिसका एच.बी. 7 ग्राम से 11 ग्राम है उसको एक माह की दवाई दी जाएगी।
एक माह पश्चात उसका पुन: टेस्ट किया जाएगा और आवश्यकता अनुसार उसका ट्रीटमेंट किया जायेगा। खासकर महिलाओं में यह देखा गया है कि मासिक धर्म वाली पांच में से एक महिला और सभी गर्भवती महिलाओं में से आधी एनीमिया से ग्रसित हैं। लक्षण पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर डा को दिखाएं।
ये हैं एनीमिया के लक्षण
उप जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ रामभगत ने बताया कि कमजोरी, आसानी से थक जाना, पीली त्वचा, सांस की तकलीफ, ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन, बार-बार सिरदर्द होना, चिड़चिड़ा व्यवहार, फटी या लाल जीभ, भूख में कमी, खाने की अजीब सी लालसा आदि होने पर तुरंत अपने नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर डा को दिखाना चाहिए।