Faridabad/Alive News: कोरोना के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। विभाग अलर्ट होने के साथ-साथ तैयारियों में जुट गया है। हर रोज 2500 लोगों की कोरोना जांच करने का लक्ष्य निर्धारित करने के बाद अब नए वेरिएंट के मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड की व्यवस्था करने पर मंथन किया जा रहा है। बीके अस्पताल परिसर में बनाए गए 100 बेड के अस्थायी अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी है।
आपको बता दे कि बीके अस्पताल में दस बेड का आइसोलेशन वार्ड पहले ही बना हुआ है, जहां दस वेंटिलेटर भी लगाए हुए हैं। हर बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की मांग को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बीके अस्पताल में एक हजार लीटर केपेसिटी का ऑक्सीजन प्लांट लगाया हुआ है।
इसी प्लांट से अस्थायी अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई करने की व्यवस्था की गई है। कोरोना की दूसरी लहर से सबक लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अस्थायी अस्पताल के हर बेड तक आक्सीजन की पाइप लाइन बिछा दी है ताकि जरूरत पड़ने पर मरीज को तुरंत आक्सीजन दी जा सके।
मुख्यमंत्री कर सकते है अस्थायी अस्पताल का शुभारंभ
100 बेड के अस्थायी अस्पताल का काम पूरा हो चुका है। अब इसके उदघाटन की तैयारी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल इसका उद्घाटन कर सकते हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री से समय मांगे के लिए स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 100 बेड का अस्पताल बड़ा प्रोजेक्ट है। इनके साथ ही 1000 लीटर का ऑक्सीजन प्लांट भी तैयार है, जो अब तक का सबसे बड़ा
प्लांट है।
गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर में बेड की कमी के दौरान डिजाइन टाटा स्टील कंपनी ने बीके अस्पताल में सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत सौ बेड को अस्थायी अस्पताल तैयार करने का प्रस्ताव जिला प्रशासन को दिया था। जिसे तत्कालीन उपायुक्त यशपाल यादव ने मंजूर कर लिया था।
इसे अस्पताल को करीब 18 सौ गज में तैयार किया गया है। मूलभूत सुविधाओं का बंदोस्त करने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी, जबकि अस्पताल के पूरे स्ट्रक्चर का निर्माण टाटा स्टील कंपनी ने किया है। अस्पताल का संचालन स्वास्थ्य विभाग करेगा। अस्थायी अस्पताल का निर्माण छह जून को शुरू किया गया था।