Chandigarh/Alive News : हरियाणा में आठवीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों, अभिभावकों और स्कूल स्टाफ में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। वहीं सीबीएसई के निजी स्कूलों ने इस मामले को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की हुई है। वहीं बोर्ड के अधिकारियों ने आठवीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर नया ऐलान कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार बोर्ड अधिकारियों ने आठवीं की बोर्ड परीक्षा न होकर वार्षिक परीक्षा का ऐलान किया है। इस परीक्षा का आयोजन एससीईआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद) कर रहा है, जबकि एचबीएसई (हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड) को सिर्फ संचालन की जिम्मेदारी दी है।
नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों में शिक्षा स्तर का मूल्यांकन करने के लिए वार्षिक परीक्षा ली जाएगी। वहीं परीक्षा परिणाम का सर्टिफिकेट भी एससीईआरटी जारी करेगी। प्रदेश में एचबीएसई की ओर से वर्ष 1976 में पहली बार आठवीं की बोर्ड परीक्षा ली थी, जिसके बाद वर्ष 1988 में किन्हीं कारणों से परीक्षा नहीं ली गई। इसके बाद आठवीं की परीक्षा शुरू हो गई। वहीं वर्ष 2010 में अंतिम बार आठवीं की बोर्ड परीक्षा हुई थी, जिसके बाद अब एससीईआरटी की ओर से वार्षिक परीक्षा आयोजित होगी।
28 फरवरी रजिस्ट्रेशन और नामांकन की अंतिम तिथि
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से आठवीं के विद्यार्थियों के लिए रजिस्ट्रेशन और नामांकन फीस जमा करवाने की अंतिम तिथि 28 फरवरी कर दी है। बोर्ड ने पहले अंतिम तिथि 20 फरवरी की थी, मगर अब तक कम रजिस्ट्रेशन होने की वजह से तिथि बढ़ा दी है। इसके लिए निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को 100 रुपये नामांकन फीस और 450 रुपये परीक्षा शुल्क जमा करवाना होगा। वहीं निजी विद्यालयों को पांच हजार रुपये रजिस्ट्रेशन फीस जमा करना होगा। नामांकन भरते समय विद्यालय में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं का आधार कार्ड दर्ज करना अनिवार्य है।
बता दें, कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड और राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की परीक्षा में अंतर है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड आठवीं की परीक्षा लेता है तो इससे पहले उसे अपनी परीक्षा का पैटर्न और सिलेबस से जुड़ी जानकारी और परीक्षा मॉडल भी स्कूलों को जारी करना पड़ता है, जबकि एससीईआरटी की वार्षिक परीक्षा सिर्फ सिलेबस से जुड़ी परीक्षा है। इस परीक्षा के उत्तीर्ण होने पर प्रमाणपत्र भी वहीं से जारी किया जाएगा।