Faridabad/Alive News: श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में नव विक्रम संवत् और नवरात्रि के उपलक्ष्य में हवन का आयोजन किया गया। विश्व मंगल और मानव मात्र के कल्याण के निमित्त सभी ने हवन में आहुतियां डाली। भारतीय शिक्षण मंडल एवं छात्रावास के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस हवन में शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थी सम्मिलित हुए।
मुख्य यजमान के रूप में सम्मिलित हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक विमल कुमार ने विद्यार्थियों से अपनी संस्कृति के मूल से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने विक्रम संवत् का महत्व बताते हुए कहा कि इसी दिन सृष्टि की रचना हुई थी और इसी दिन भगवान राम का राज्याभिषेक हुआ था। उन्होंने विद्यार्थियों को सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण और आत्मबोध जैसे बिंदुओं से प्रेरित किया। साथ ही राष्ट्र और समाज हित में कार्य करने का आह्वान किया।
चीफ वार्डन प्रोफेसर ऋषिपाल ने कहा कि भारत की संस्कृति महान है। हमारे ऋषियों ने शक्तियों को अभिमंत्रित कर मानव जाति को दिया है। मंत्रों में आज भी वही शक्ति है, लेकिन मनुष्य की शुचिता और तप में कमी आई है। इसलिए फिर से अपनी शक्तियों से जुड़ें।
अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने कहा कि ज्ञान के बल पर ही भारत की महानता है। विद्यार्थियों को वैदिक और सांस्कृतिक ज्ञान भी होना चाहिए, ताकि वह अपने संस्कारों और जड़ों से जुड़े रहें।
उप कुलसचिव चंचल भारद्वाज ने कहा कि विद्यार्थी अपनी संस्कृति को जानें और उसे मानें तो समाज को लाभ होगा। उन्होंने विद्यार्थियों को राष्ट्र और समाज हित में कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के विभाग संगठन मंत्री सतीश कुमार, कैलाश छात्रावास के वार्डन डॉ. मोहित श्रीवास्तव, हिमाद्री छात्रावास की वार्डन डॉ. भावना रूपराय, डॉ. शिवकुमार, छात्रावास पर्यवेक्षक सतीश बुधवार, डॉ. सोनिया शर्मा, अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह, सहायक उप निदेशक विनोद भारद्वाज, हिंदी अधिकारी भूपेंद्र प्रताप सिंह और डॉ. सोहन लाल के अलावा काफ़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।