Palwal/Alive News : उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा खेल एवं शारीरिक उपयुक्ता नीति-2015 बनाई गई। ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों को बढ़ावा देने के लिए कार्य किया जा रहा है।
मिरापुर गांव वल्र्ड एमच्यौर कबड्डी फैडरेशन द्वारा आयोजित हरियाणा स्टाईल कबड्डी टैस्ट मैच प्रतियोगिता के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए गोयल ने कहा कि हरियाणा की धरती प्रारंभ से ही पहलवानों एवं खिलाडिय़ों की धरती रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश में खेलों के विकास तथा खिलाडिय़ों के कल्याण के लिए काफी प्रयास किए जा रहे हैं।
उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की खेले नीति के अंतर्गत प्रत्येक जिले में 05 करोड़ रूपये लागत से किसी एक खेल का स्वर्ण जयंती सैन्टर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा। प्रत्येक जिले में विभिन्न खेलों के लिए 25 करोड़ रूपये की लागत से स्वर्ण जयंती इंडोर स्टेडियम निर्मित किए जाएंगे। प्रत्येक जिले में 03 करोड़ रूपये की लागत से स्वर्ण जयंती खेल सुविधा केन्द्र की स्थापना की जाएगी। प्रत्येक जिले में लडक़ों व लड़कियों के लिए 10-10 खेल नर्सरियां स्थापित की जा रही है। उद्योग मंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय/राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के पदक विजेता खिलाडिय़ों को हरियाणा राज्य डेवलेपमैन्ट फण्ड के अंतर्गत 92 करोड़ 40 लाख रूपये की राशि वितरित की गई।
हरियाणा स्टाईल कबड्डी मैच प्रतियोगिता में भारत व वैस्ट अफ्रिका के खिलाडिय़ों के साथ हाथ मिलाकर परिचय किया। इस प्रतियोगिता में पुरूष वर्ग में भारत ने वैस्ट अफ्रिका को 34-30 तथा महिला वर्ग में 45-40 के अंतराल से हराया। प्रतियोगिता के आयोजन में कुमरपाल तेवतिया का प्रमुख योगदान रहा। इस अवसर पर पार्षद आशावती ,राजेश नागर, नरेन्द्र अत्री, दुधोला के सरपंच सुन्दर पहलवान, दुर्गापुर के सरपंच धमेन्द्र, बघोला के सरपंच रविदत्त शर्मा, जितेन्द्र तेवतिया व मितरौल के सरपंच जोगेन्द्र चौहान मौजूद थे।