Chandigarh/Alive News : सड़क दुर्घटना और परिवहन विभाग में फैले दलालों पर अंकुश लगाने के लिए हरियाणा सरकार 96 पन्नों का नया ड्राइविंग मैनुअल लेकर लाई है। जिसे प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से परिवहन विभाग ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में होने वाली नकल और धोखाधड़ी को तुरंत पकड़ लेगा।
मिली जानकारी के अनुसार परिवहन विभाग के तत्कालीन प्रधान सचिव व वर्तमान में डीजी विजिलेंस शत्रुजीत कपूर ने नए मैनुअल को तैयार किया है। नौ साल बाद दूसरा संस्करण लागू किया जा रहा है। 2012 में पहला संस्करण कपूर ने ही बनाया था। दूसरे संस्करण में सबसे अधिक जोर ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की पारदर्शिता पर दिया गया है। इसके लिए बनाए गए सॉफ्टवेयर का फरीदाबाद में ट्रायल जारी है।
इसके अलावा नए मैनुअल में सबसे अधिक ध्यान सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के साथ ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए पूरे प्रदेश में सक्रिय दलालों के नेटवर्क को खत्म करने पर दिया गया है। अगर अनाड़ी चालक का लाइसेंस एक बार बन गया तो वह ताउम्र हादसों का कारण बन सकता है। अब यह प्रावधान किया है कि अगर लाइसेंस बनाने का टेस्ट दे रहे व्यक्ति के पीछे कोई खड़ा है, दूर से नकल करा रहा है या फिर इधर-उधर से देखकर प्रश्नों का जवाब दे रहा है तो सॉफ्टवेयर उसे पकड़कर तुरंत फेल कर देगा। इसमें अनेक तरह की नवीनतम तकनीक शामिल हैं, जो लाइसेंस के फर्जीवाड़ा को खत्म करेंगी।
वहीं ड्राइविंग टेस्ट के लिए नए ड्राइविंग मैनुअल की किताब में छह सौ सवाल हैं। इसके साथ ही दस-बारह वीडियो बना रहे हैं। चार-पांच तैयार हो चुके हैं। जल्दी इन्हें जारी किया जाएगा। जो मैनुअल बुक व वीडियो देख लेगा उसे लाइसेंस बनाने के लिए नकल या दलाल की जरूरत नहीं पड़ेगी।