Chandigarh/Alive News: फर्जी हस्ताक्षर और मुहर बनाकर विद्यार्थियों की एसएलसी दूसरे राज्यों से बनाकर देने का भांडाफोड़ हुआ हैं। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों ने 10वीं-12वीं में दूसरे राज्यों से बनकर आई एसएलसी की जांच में यह सब सामने आया। दसवीं में सबसे ज्यादा पलवल में एसएलसी गलत मिली। पलवल में सात प्राइवेट स्कूलों के 455 बच्चों की एसएलसी फर्जी मिली हैं। उनमें अधिकतम अलीगढ़ से बनकर आई थी। फर्जी हस्ताक्षर कर बोगस एसएलसी बनाने के इस खेल का पता चलने के बाद अब हरियाणा के बच्चों की एसएलसी की भी जांच बोर्ड करवा सकता हैं। अब बोर्ड ने काफी स्कूलों का परिणाम रोक लिया हैं।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की तरफ से 10वीं में 792 विद्यार्थी तो 12वीं में 75 विद्यार्थियों की एसएलसी नकली निकली हैं। यह एसएलसी बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तरखंड, महाराष्ट्र, नेपाल से बनी हुई हैं। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से करीब 1500 बच्चों को एसएलसी जारी हुई। बोर्ड की वेबसाइट पर पलवल के स्कूल ने 390 अपलोड की वह फर्जी निकली। बाकी कोई एसएलसी अपलोड ही नहीं की गई।
फरीदाबाद के ये स्कूल जांच के घेरे में, बच्चों के रोके परिणाम
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने विद्या माडर्न पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल ईस्माइलपुर के दो, संस्कार इंटरनेशनल स्कूल के एक, माडर्न पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल दयालपुर के 13, के.पी. पब्लिक स्कूल सरूरपुर के एक और केएम पब्लिक स्कूल नंगला एक्लेव पार्ट-2 के चार छात्रों का परिणाम रोका गया है।
मथुरा से करीब 200, मुज्जफरनगर से करीब 20, राजस्थान से जारी करीब 300 एसएलसी फर्जी निकली हैं। इसी प्रकार 10वीं में फतेहाबाद, सिरसा, चरखी दादरी, फरीदाबाद के पांच स्कूलों के 21 बच्चे, सोनीपत में एक-एक स्कूल से एक-एक बच्चे की एसएलसी गलत निकली। इसी प्रकार भिवानी में दो सरकारी स्कूल के आठ विद्यार्थी, हिसार के दो स्कूल के दो विद्यार्थी की एसएलसी गलत निकली।
इसी प्रकार 12वीं में फतेहाबाद और गुरुग्राम में एक-एक स्कूल में एक-एक बच्चे की एसएलसी बोगस मिली। प्रदेश के काफी स्कूलों में 10वीं और 12वीं में एसएलसी की जगह पर परीक्षार्थियों के आधार व अन्य कागजात अपलोड कर दिए। प्रदेश के 2582 बच्चों का परीक्षा रोक दिया गया हैं। इसमें दसवीं में 1741 और 12वीं में 841 परीक्षार्थी हैं।
छह हजार बच्चों का अलग परिणाम रूका
प्रदेश के कई स्कूलों के छह हजार बच्चे ऐसे है जिनका परिणाम अलग से रोका जा रहा हैं। यह वह स्कूल है जिन पर गलत कागजात पेश किया उन पर एक लाख जुर्माना लगाया हैं। ऐसे करीब आठ स्कूलों ने फाइन जमा भी करवा दिया हैं। इसी प्रकार पलवल के दो स्कूल ऐसे है जिन पर बोर्ड ने 16 लाख रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया हैं। इन स्कूलों ने विद्यार्थियों के गलत कागजात पेश किए थे और एडमिट कार्ड पहले ही नहीं जारी किए थे।
बोर्ड ने सभी दूसरे राज्यों की एसएलसी की जांच करवाई। उसमें अधिकारियों के फर्जी साइन निकले हैं। सभी से लिखित में लिया गया। स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये जुर्माना लगाने के साथ सभी विद्यार्थियों का परिणाम रोक दिया गया है।
-डा. जगबीर सिंह, अध्यक्ष, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड