Faridabad/Alive News: हरियाणा में आम आदमी पार्टी के प्रभारी व राज्यसभा सांसद डॉ सुशील गुप्ता ने राजधानी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पेश किए 2023-24 के बजट को बकवास बताया है। उन्होंने कहा कि यह बजट केवल और केवल लोगों को छलावा देने वाला है।
सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार ने जनविरोधी बजट पेश किया है। जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली-पानी जैसे मूलभूत विषयों व पुरानी पेंशन योजना, युवाओं को रोजगार, महिला सुरक्षा से संबंधित और हरियाणा राज्य किसान प्रधान होते हुए भी किसानों के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की है बल्कि यह बजट पैसा लो और ब्याज दो वाला है।
डॉ गुप्ता ने कहा कि बजट में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उल्लंघन हुआ है। सरकार ने शिक्षा पर 20,340 करोड़ रुपए खर्च करने का ऐलान किया है जो कि जीडीपी का महज 2 प्रतिशत है। जबकि नई शिक्षा नीति 6 प्रतिशत खर्च करने की सिफारिश करती है। यहीं नहीं एक तरफ से सरकार करीबन 13 से अधिक प्राइवेट स्कूल बंद कर रही है। वहीं उनके अपने सरकारी स्कूलों की हालत किसी से छुपी नहीं है।
जहां तक स्वास्थ की बात है तो सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर 9,647 करोड़ रुपए खर्च करने का ऐलान किया है जोकि बजट का सिर्फ 5.2 प्रतिशत है। यहीं नहीं राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 में साल 2020 तक ही स्वास्थ्य सेवाओं पर 8 प्रतिशत खर्च की सिफारिश की गई थी।
हरियाया प्रभारी डा सुशील गुप्ता ने कहा कि सरकार का यह रवैया उसकी किसान और कृषि विरोधी नीति को दर्शाता है। यहीं नहीं प्रदेश सरकार का कर्ज बढा है। सरकार ने 2,85,885 करोड़ तक कुल आंतरिक कर्ज का लक्ष्य रखा है। इस बार सरकार 64,840 करोड़ रुपए का लोन लेने जा रही है। बढ़ते कर्ज की वजह से उसके मूल और ब्याज को देने में ही सरकार को 56,769 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ेंगे। ब्याज व मूल का भुगतान करने के बाद सरकार के पास पूंजीगत व्यय के लिए सिर्फ 8071 करोड़ रुपए ही बचते हैं, यानी सरकार कर्ज लेकर कर्ज उतारने का खेल खेलने में लगी है।
–