Faridabad/Alive News: सूरजकुंड मेला ग्राऊंड में सोमवार से शुरू तीन दिवसीय गुर्जर महोत्सव में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक की छटा देखने को मिली। इस महोत्सव में देश ही नही विदेशों से गुर्जर समाज के लोग शामिल हो रहे है। गुर्जर महोत्सव में देश-विदेश से आने वाले समाज के अलावा सभी पर्यटकों को उत्तरप्रदेश की संस्कृति, समृद्धि और प्रगति का भी अहसास कराया गया।
गुर्जर महोत्सव के पहले दिन देश विदेश से आने वाले सभी पर्यटको में काफी उत्साह और जोश देखने को मिला। महोत्सव के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक नृत्य, संगीत और प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया। इसके अलावा, महोत्सव में गुर्जर समाज के लोगों ने अपने परम्परागत वेशभूषा, आभूषण और हस्तशिल्प की प्रदर्शनी लगाई।
मथुरा के श्रीराधा रानी मंदिर की देखने को मिली कलाकृति
गुर्जर महोत्सव में मथूरा के प्रसिद्ध श्रीराधा रानी मंदिर की कलाकृति भी बनाई गई थी। जहां पर लोगों ने खड़े होकर खूब सेल्फिया लेते दिखाई दिए। श्रीराधा रानी मंदिर, एक ऐतिहासिक हिंदू मंदिर है, जो भारत के उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के बरसाना में स्थित है। यह मंदिर देवी राधा को समर्पित है। मंदिर भानुगढ़ पहाड़ियों की चोटी पर फैला हुआ है, जिसकी ऊंचाई लगभग 250 मीटर है। समाज में मथूरा के राधा रानी मंदिर का बहुत बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण की प्रेमिका राधा रानी को समर्पित है। मंदिर की वास्तुकला बहुत ही सुंदर और आकर्षक है, जो हिंदू मंदिरों की परंपरागत शैली का प्रतीक है, जिसकी वजह से गुर्जर महोत्सव में मंदिर की कलाकृति बनाई गई है।