Faridabad/Alive News: दुर्गा अष्टमी के शुभ अवसर पर महारानी वैष्णोदेवी मंदिर तिकोना पार्क में मां महागौरी की भव्य पूजा अर्चना की गई तथा कजंक पूजन किया गया। मंदिर में विशेष तौर पर कजंकों का पूजन हुआ तथा श्रद्धालुओं ने मां महागौरी के हवन यज्ञ में अपनी आहुति समर्पित की।
मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने सभी श्रद्धालुओं को दुर्गा अष्टमी की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता मूलचंद मित्तल ने मंदिर में पहुंचकर मां महागौरी के दरबार में अपनी हाजिरी लगाई तथा हवन यज्ञ में अपनी आहुति दी। इस अवसर पर भी मित्तल ने मां की पूजा करते हुए ज्योत प्रवज्जलित की। मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने मित्तल सहित राज मदान, आर के बत्तरा, धीरज एवं कांशी राम को माता की चुनरी भेंट कर उनका अभिनंदन किया।
दुर्गा अष्टमी के अवसर पर भाटिया ने श्रद्धालुओं के समक्ष मां का गुणगान करते हुए कहा कि हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, सोलह साल की उम्र में देवी शैलपुत्री अत्यंत सुंदर थीं। अपने अत्यधिक गौर रंग के कारण देवी महागौरी की तुलना शंख, चंद्रमा और कुंद के सफेद फूल से की जाती है। अपने इन गौर आभा के कारण उन्हें देवी महागौरी के नाम से जाना जाता है। माँ महागौरी केवल सफेद वस्त्र धारण करतीं है उसी के कारण उन्हें श्वेताम्बरधरा के नाम से भी जाना जाता है।
माता रानी को शुद्ध देसी घी से बना हुआ हलवा पूडी अति प्रिय है, मां का प्रिय रंग गुलाबी है। मां से सच्चे मन से मुराद मांगने वाले भक्तों की मनोकामना अवश्य पूरी होती है।