Faridabad/Alive News: राशन कार्ड को परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) से जोड़ने की सरकार की योजना लोगों के लिए सरदर्द बन रही है। वहीं, पीपीपी की त्रुटियों को ठीक करने के लिए सरकार द्वारा बनाया गया ग्रीवांस पोर्टल बंद होने के कारण लोगों की परेशानी ओर बढ़ गई है। पोर्टल बंद होने के कारण लोग अपने पीपीपी में इनकम की त्रुटियों को ठीक नही करावा पा रहे है। इससे जनता में सरकार और अधिकारियों के प्रति रोष पनप रहा है।
दरअसल, लोग पिछले एक हफ्ते से पीपीपी में इनकम से संबंधित त्रुटियों को ठीक करवाने के लिए एडीसी कार्यालय और अटल सेवा केंद्र के चक्कर काट रहे है। लेकिन समस्या का हल नही हो पा रहा है। इसके अलावा आज मंगलवार को अटल सेवा केंद्र में कई घंटे सर्वर डाउन रहने के कारण लोगों की भीड़ कई बार बेकाबू हो गई है। लोगों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कार्यालय में दो पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे और हजारों लोगों की त्रुटि ठीक करने के लिए मात्र दो ऑपरेटर नियुक्त किए गए थे।
क्या कहना था लोगों का
मैंने अपना पीपीपी बनवाते समय इनकम एक लाख रूपये लिखवाई थी। लेकिन सरकार द्वारा बनाए गए पीपीपी में मेरी इनकम ढाई लाख दिखाई जा रही है, इसके कारण मेरा बीपीएल राशन कार्ड भी रद्द कर दिया गया है। एक माह पहले मैंने इसकी शिकायत ग्रीवेंस पोर्टल पर दी थी। लेकिन पोर्टल बंद होने के कारण अब तक कोई सुनवाई नही हुई है। सरकार की इस योजना से मुझे और मेरे परिवार को परेशानी उठानी पड रही है।
- पवन कुमार, गांव बहादुरगढ़।
मैंने जब पीपीपी कार्ड के लिए आवेदन किया था तो इनकम डेढ़ लाख भरी थी। लेकिन अब पीपीपी में इनकम पांच लाख शो हो रही है। इसके ठीक कराने के लिए ग्रीवेंस पोर्टल पर शिकायत देने की कोशिश की तो पोर्टल बंद शो हो रहा है। ऐसे में अब हम काम करें या कार्यालय के चक्कर काटे।
– ऊर्जा, संजय कॉलोनी निवासी।
क्या कहना है अधिकारी का
पीपीपी में आयी कमियों को दूर करने के लिए लोग अपने आसपास के अटल सेवा केंद्र अथवा तीनों तहसीलों के सरल केंद्र पर जाकर करेक्शन के लिए रिक्वेस्ट डलवा सकते हैं। पोर्टल बंद नहीं हुआ है, पोर्टल पर कार्य का दबाव ज्यादा होने के कारण बीच बीच में सर्वर डाउन हो जाता है। लेकिन घबराने वाली बात नही है। सभी चीजों की जांच पड़ताल के बाद करेक्शन किया जा रहा है। इसके अलावा सभी आरडब्ल्यूए को भी ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वह अपने सेक्टरों में घर बैठे ग्रीवांस पोर्टल पर जाकर कमियों को ठीक कर सकें।
- अपराजिता, एडीसी फरीदाबाद।