November 19, 2024

गऊ माता यहां….तो गौशाला कहां ?

दर्जनों गौशालाओं के बावजूद सडक़ ही बना आशियाना

Poonam Chauhan/Alive News : हाल ही के दिनों में गौशाला का कारोबार तेजी से फलफूल रहा है। जिले में चारों ओर गौशालाएं खुल रही है और अब तक दर्जनों गौशालाओं के खुलने की खबर आप लोगों ने भी सुनी होगी। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि गौशालाएं तो खुल रही है पर इन गौशालाओं में रह कौन रहा है? क्योंकि गऊ माता का आशियाना तो आज भी सडक़ ही बनी हुई है। तो क्या सिर्फ नाम के लिए ये गौशालाएं खोली जा रही है।

आपको बता दें, सीएम खट्टर के ‘गौ संरक्षण और संवर्धन’ के निर्णय के तह्त जिले में लगभग एक दर्जन नई गौशालाएं अलग-अलग गांवों में बनाई जा रही हैं। इनमें से बल्लभगढ़ ब्लॉक के पांच गांवों में गौशालाओं के निर्माण कार्य का शुभारम्भ हो चुका है। वहीं फरीदाबाद ब्लॉक के ग्राम भूपानी तथा तिगांव में बनने वाली दो गौशाला भी कम्पलीट हो चुकी है और शहर में जो पुरानी गौशालाएं है वो तो हैं ही।

Alive News Photo- डबुआ मंडी के सामने वाली रोड पर विचरण करती गौ माता।

ऐसे में दर्जनों गौशालाओं के बावजूद भी सडक़ पर घूम रही इन गायों की कहीं कोई पूछ नहीं है। हम आपको बता दें तिगांव गौशाला के उद्घाटन अवसर पर उपायुक्त समीरपाल सरों ने बोला था कि कुल लगभग 8 हजार बेसहारा गायों व नन्दियों को इनमें रखकर उनकी बेहतर सेवा की जाएगी।

क्या उपायुक्त महोदय इसी प्रकार से करेंगे गायो की सेवा? गायों की सेवा की बात करे तो भाजपा के सत्ता में आते ही गऊ सुरक्षा का मुद्दा राजनीति पर हावी हो जाता है। पूरे देश में चारों ओर गौ रक्षा का मुद्दा ही गरमाया हुआ है। ऐसे में होडमहोड गौशालाएं तो हर जगह खुल रही है, लेकिन गाय आज भी सडक़ पर ही घूम रही है।

Alive News Photo- सेक्टर-12 में कोर्ट परिसर के बाहर सडक़ पर घूमती गाय

– गाय बन रही सडक़ दुर्घटना का कारण
सडक़ पर घूमने वाली आवारा गायों के कारण शहर में न जाने कितनी मौते हो चुकीं है। सडक़ पर लावारिस घूमती गायें अनगिनत लोगों की मौत का कारण बन चुकी हैं। शहर में होने वाली सडक़ दुर्घटनाओं में से अधिकतर आवारा पशुओं के कारण ही घटित होती है। ये आवारा पशु खुलेआम सडक़ पर विचरण करते है और अपनी गऊशाला समझ सडक़ पर किसी की वाहन के सामने अचानक आ खड़े होते है, जिससे वाहन चालक को वाहन कंट्रोल करना मुस्किल हो जाता है और एक्सिडेंट जैसी समस्या आ खड़ी होती है। लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।

Alive News Photo- डबुआ सब्जी मण्डी में घूमती गााय

– प्रशासन कब लेगा एक्शन?
शहर में घूमने वाली इन गायों को लेकर प्रशासन कितना गम्भीर है इसका अंदाजा इनकी बढ़ती तादाद को देखकर ही लगाया जा सकता है कि प्रशासन इन गायों को लेकर कितना गम्भीर है। गायों की सुरक्षा केवल कागजों में ही की जा रही है वास्तविकता तो और ही कुछ ब्यान करती है।

– जल्द गौशाला पहुंचेंगी आवारा गाय
हरियाणा सरकार की ‘गौ संरक्षण और संवर्धन’ हर जिले में गौशालाओं का सरकार द्वारा खोले जाने के बावजूद भी मीडिया के माध्यम से सुचना गाय को दी जा रही है वह हमारे लिए दुर्भाज्य पूर्ण है। उन्होंने कहा कि मैं सरकार में प्रवेक्षक होने के नाते आपको बताना चाहता हूं कि मेरी जिम्मेदारी मुख्य-मुख्य गौशालाओं में आब्जर्व करने की है। जो मैंने अभी तक खामिया पाई, उसे नोट कर सरकार और प्रशासन के संज्ञान में दे दिया है। 23 अगस्त को इन विषयों को लेकर उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त और संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक होनी थी लेकिन प्रशासन की व्यस्थता के कारण यह बैठक नहीं हो पाई। जल्द ही बैठक होगी उसमें गौशालाओं को लेकर चारे के बजट और आवारों गायों को गौशालाओं तक पहुंचाने की बात रखी जाएगी।
-संजय खट्टर, प्रवेक्षक, हरियाणा गौशाला